न्यूज समय तक ब्यूरो शिवकरन शर्मा कानपुर आवास विकास कॉलोनी में मंदिर सुंदरीकरण को लेकर विवाद, अवैध कब्जे और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने के आरोपकानपुर। उत्तर प्रदेश में जहाँ योगी आदित्यनाथ सरकार मंदिरों के संरक्षण और सुंदरीकरण को बढ़ावा देने का दावा करती है, वहीं कानपुर के आवास विकास कॉलोनी अंबेडकर पुरम में एक पुराने मंदिर के सुंदरीकरण को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है।मोहल्ले के लोगों के सहयोग से बजरंग सेना के प्रदेश महामंत्री नीरज श्रीवास्तव के द्वारा कई वर्ष पुराने इस मंदिर के सुंदरीकरण का कार्य शुरू कराया गया था। लेकिन स्थानीय लोगों का आरोप है कि आवास विकास कल्याणपुर के अधिकारी और कर्मचारी, विशेष रूप से निमित कर्मचारी दिनेश सिंह, इस काम में लगातार बाधा डाल रहे हैं। मोहल्ले के निवासियों का दावा है कि कई बार उनसे पैसों की मांग भी की गई।जानकारी के मुताबिक, रिटायर्ड दरोग़ा रामदेव सिंह ने बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष सीमा सिंह को एक लाख रुपये की पेशकश कर मंदिर का कार्य रुकवाने की कोशिश की। सीमा सिंह ने इस पेशकश को ठुकरा दिया। इसके बाद जब मामला आवास विकास के अधिकारियों तक पहुँचा, तो कर्मचारी दिनेश सिंह ने रिटायर्ड दरोग़ा रामदेव सिंह से मिलकर बजरंग सेना के प्रदेश महामंत्री नीरज श्रीवास्तव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।स्थानीय लोगों का कहना है कि रिटायर्ड दरोग़ा रामदेव सिंह और आवास विकास के कर्मचारी दिनेश सिंह के इस व्यवहार से मोहल्ले के लोगों की धार्मिक भावनाओं और आस्था पर ठेस पहुँची है।बजरंग सेना के पदाधिकारियों का कहना है कि मंदिर कई दशक पुराना है और उसका सुंदरीकरण पूरी तरह धार्मिक और सामाजिक भावना से प्रेरित है। वहीं, अधिकारियों के स्तर पर यह मामला अवैध कब्जे और अवैध निर्माण की शिकायत के रूप में भी सामने आ रहा है। अब देखना होगा कि उच्च अधिकारी मौके पर जाकर जांच-पड़ताल करते हैं या नहीं। जाँच से ही यह स्पष्ट होगा कि यह मामला वास्तव में अवैध निर्माण का है या मंदिर के सुंदरीकरण में बाधा डालने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने का प्रयास।पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए अयोध्या राम जानकी संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाल ऋषि मुकुंद महाराज मंदिर के सुंदरीकरण का जायजा लेने पहुंचे। उन्होंने स्थानीय लोगों से बातचीत कर स्थिति की जानकारी ली और कहा कि धार्मिक स्थलों के कार्यों में पारदर्शिता और आपसी सहमति आवश्यक है।इसके साथ ही बजरंग सेना के महामंत्री नीरज श्रीवास्तव पर कार्यवाही करने वाले आवास विकास के अधिकारियों से भी उन्होंने बात की और मामले की निष्पक्ष जाँच की मांग की। उन्होंने कहा कि प्रशासन को चाहिए कि मामले की सच्चाई सामने लाने के लिए स्थल निरीक्षण करे और किसी भी पक्ष की धार्मिक भावनाओं को आहत न होने दे।