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फुटपाथों पर अवैध कब्जा शासन प्रशासन के अधिकारियों का अनदेखा

दिल्ली रिपोर्टर नरेश शर्मा की रिपोर्ट

न्यूज़ समय तक

फुटपाथों पर अवैध कब्जा शासन प्रशासन के अधिकारियों का अनदेखा फुटपाथों से गुजर रहे लोगों ने बताया कि कुछ समय पहले सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला आया था सभी लोगों ने स्वागत किया लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश को नकारा नहीं जा सकता हमारे अधिकार है कि हम फुटपाथों पर चले पर लेकिन जगह जगह पर फुटपाथों पर पर अवैध कब्जा कर रखा है लोगों को चलने मे काफी परेशानी होगी अगर फुटपाथों जगह नही होगी मजबूर हो कर रोड़ पर चलना पड़ता है और दूर घटनाएं हो जाएं तो उनकी जिम्मेदारी कौन लेगा आम नागरिकों का अधिकार है देखा जाए तो दिल्ली में नगर निगम, पुलिस प्रशासन और PWD विभाग क्या कर रहे इन को चाहिए कि फुटपाथों खाली कराए आप देखे फोटो यह मेट्रो स्टेशन के पास डा साहब भीमराव अम्बेडकर हस्पताल के गेट आगे की है

बाबू पुरवा थाना क्षेत्र से मानसिक रूप से विक्षपति युवक लापता पुलिस ने दर्ज की गुमशुदगी की रिर्पोट

बाबू पुरवा थाना क्षेत्र से मानसिक रूप से विक्षपति युवक लापता पुलिस ने दर्ज की गुमशुदगी की रिर्पोट।

न्यूज़ समय तक

विशेष संवाददाता विनय प्रकाश मिश्रा।

कानपुर। जानकारी के अनुसार बाबू पुरवा थाने के अंतर्गत आने वाले वार्ड 102 बेगम पुरवा स्कॉलर स्कूल के पास के रहने वाले पीड़ित मोहम्मद कमर अंसारी उर्फ राजा पुत्र मोहम्मद उमर अंसारी पता 131/315 बेगम पुरवा के निवासी है पीड़ित का छोटा भाई मोहम्मद जफर उर्फ शहंशाह है जिसकी मानसिक स्थिति थोड़ी खराब है पीड़ित का भाई मैरून रंग की लोअर वा पीली कलर की टीशर्ट पहने हुए है 25/3/2024 को लगभग दिन के 2 बजे से लापता है एवम उसकी अभी तक कोई भी सूचना नहीं प्राप्त हुई है पीड़ित ने अपने जानने वाले के यहाँ जानकारी की कोई भी सूचना न मिलने पर पीड़ित ने 24 घंटे के बाद बाबू पुरवा थाने में सूचना दी पुलिस के द्वारा तुरंत पीड़ित के भाई की गुमशुदगी दर्ज की गई हैं पीड़ित अपने भाई के लिए काफी परेशान है पीड़ित मीडिया के माध्यम से भी अपने भाई को ढूढने का प्रयास कर रहा है जिस किसी को भी ये लड़का दिखे तो कृपया इस नंबर पर सूचना दे सूचना देने वाले व्यक्ति को उचित इनाम भी दिया जायेगा
पीड़ित भाई का मोबाइल नंबर 9305747779,7985326766
थाना प्रभारी बाबू पुरवा मोबाइल नंबर 9454403711

पुलिस ने नजायज गांजे के साथ दो आरोपियों को किया गिरफ्तार

न्यूज़ समय तक

कानपुर ब्रेकिंग

डी सी पी दक्षिण रविन्द्र कुमार के निर्देशन में थाना बिधनू पुलिस को मिली सफलता.

पुलिस ने नजायज गांजे के साथ दो आरोपियों को किया गिरफ्तार.

सनी और शोभित नाम के आरोपितों के पास से दो किलो 500 ग्राम गांजा हुआ बरामद.

आरोपितों की गिरफ़्तारी में एस आई नीरज कुमार, अरविन्द सिंह और पूरन सिंह की रही अहम् भूमिका.

क्या रामलीला मैदान अपना 1977 का इतिहास दोहराएगा?

क्या रामलीला मैदान अपना 1977 का इतिहास दोहराएगा?

आलेख : राजेंद्र शर्मा)*इसे विडंबना ही कहा जाएगा कि शराब घोटाले के आरोपों में ईडी द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के सर्वोच्च नेता अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी ठीक उस समय हुई है, जब चुनावी बांड महाघोटाले की परतें बाकायदा उधड़नी शुरू हो चुकी हैं। इसी का नतीजा है कि आम आदमी पार्टी की इस दलील का लोगों के बीच काफी हद तक असर हो रहा है कि कथित रूप से 100 करोड़ रूपये के दिल्ली के शराब घोटाले में अगर कोई ”मनी ट्रेल” है भी तो, वह तो सीधे भाजपा तक जाती है, जिसके सबूत बांड घोटाले से संबंधित रहस्योद्घाटनों के हिस्से के तौर पर सामने आ चुके हैं।याद रहे कि जिस स्थापित दवा कारोबारी, शरतचंद्र रेड्डी की उक्त घोटाले के मुख्य अभियुक्त के रूप में गिरफ्तारी के बाद, वादा माफ गवाह बनाकर रिहाई के बाद, मुख्यत: उसकी गवाही की ही बिनाह पर मनीष सिसोदिया तथा संजय सिंह के बाद, अब खुद अरविंद केजरीवाल की भी गिरफ्तारी की जा चुकी है, उससे जुड़ी कंपनियों ने इसी दौरान, बांड के जरिए भाजपा को पूरे 55 करोड़ रूपये का चंदा दिया था। इसमें 5 करोड़ रूपये का चंदा तो रेड्डी की जमानत पर रिहाई के फौरन बाद दिया गया था और बाकी 50 करोड़ का चंदा अलग-अलग किस्तों में बाद में दिया गया। अगर वाकई 100 करोड़ रूपये का घोटाला हुआ था, जैसाकि ईडी का आरोप है, तो इसे बेशक घोटाले की अवैध कमाई के प्रवाह की मुख्य धारा माना जाना चाहिए। हां! अगर कोई यह दलील देने लगे तो बात दूसरी है कि भाजपा को बांड के जरिए दिया गया 55 करोड रूपये तो ईडी द्वारा इस दवा व्यापारी से केंद्र की सत्ताधारी पार्टी के लिए, सीधी-साधी हफ्ता वसूली या एक्सटॉर्शन का मामला है!इस पूरे मामले से इसका कुछ अंदाजा तो लग ही सकता है कि चुनावी बांड घोटाले का भूत, भाजपा की सारी कोशिशों के बावजूद, आसानी से उसका पीछा छोड़ने वाला नहीं है। यह घोटाला इतना बड़ा और इतनी अवैधताओं को समेटे हुए है कि कम-से-कम इस आम चुनाव तक तो, इसकी नयी-नयी परतें खुलती ही रहेंगी। इसीलिए, हैरानी की बात नहीं है कि इस मामले में मोदी सरकार और सत्ताधारी पार्टी के बचाव के लिए, संघ-भाजपा की ओर से अमित शाह तथा निर्मला सीतारमण से लेकर, खुद आरएसएस के महासचिव, होसबले को उतारे जाने के बावजूद, घोटाले से लेकर हफ्तावसूली तक के आरोपों को जवाब देना तो दूर रहा, उन्हें भोंथरा तक नहीं किया जा सका है। और तो और, संघ-भाजपा का इसका प्रचार भी खास काम नहीं आया है कि बांड के जरिए अगर अवैध तरीके से पैसा इकठ्ठा किया गया है, तो इस तरह अकेले भाजपा ने ही पैसा थोड़े ही जुटाया है, दूसरी पार्टियों ने भी तो बांड से पैसा उठाया है और तृणमूल कांग्रेस, टीआरएस, एसआरसीपी, बीजेडी आदि क्षेत्रीय पार्टियों ने तो खासतौर पर उल्लेखनीय मात्रा में इस रास्ते से पैसा उठाया है।प्रचार की सारी ताकत लगाए जाने के बावजूद, इस दलील को एक तो इस तथ्य ने बेअसर कर दिया है कि दूसरी तमाम पार्टियों को मिलकर बांड से जितना पैसा मिला था, उससे ज्यादा पैसा अकेले भाजपा ने बटोरा था। दूसरे कुछ क्षेत्रीय सत्ताधारी पार्टियां स्थानीय रूप से कुछ बड़े उद्योगपतियों को उपकृत करने के बदले में उनसे बांड से चंदा लेने की स्थिति में रही भी हों, तब भी, केवल केंद्र में सत्ता में बैठी भाजपा ही केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर के हफ्ता वसूली करने और इन्फास्ट्रक्चर, खनन आदि क्षेत्रों की भीमकाय कंपनियों को ठेकों, मंजूरियों आदि के जरिए उपकृत करने के बदले में चंदा बटोरने की स्थिति में थी। और इससे भी महत्वपूर्ण यह कि केंद्र में सत्ता में बैठी भाजपा ही, यह जानने की स्थिति में थी कि कौन सा उद्योगपति, उसके अलावा भी किस पार्टी को, कितना चंदा दे रहा था? इस जानकारी को हथियार बनाकर, केंद्रीय एजेंसियों के जरिए आसानी से यह सुनिश्चित किया जा सकता था कि चंदे का यह दरवाजा, सिर्फ और सिर्फ सत्तापक्ष के लिए खुला रहे, विरोधियों के लिए नहीं। कांग्रेस का चुनावी बांड से कमाई में तृणमूल कांग्रेस से भी पीछे, बहुत दूर तीसरे नंबर पर रह जाना और बांड से मिले कुल चंदे के दस फीसद से भी कम और भाजपा को मिले चंदे से चौथाई से भी कम में सिमट जाना, इसी की ओर इशारा करता है।इसीलिए संघ-भाजपा और उनका सेवादार मीडिया, ध्यान बंटाने के जरिए, इस महाघोटाले को ज्यादा से ज्यादा अनदेखा करने की ही कार्यनीति का ज्यादा सहारा ले रहे हैं। लेकिन, उनके दुर्भाग्य से इस घोटाले के संबंध में, स्वतंत्र संगठनों तथा सोशल मीडिया प्लेटफार्मों द्वारा सामने लाया जा रहा मसाला इतना विस्फोटक है कि मुख्यधारा के मीडिया के एक हिस्से को, खासतौर पर मुख्यधारा के प्रिंट मीडिया के एक हिस्से को भी, इन रहस्योद्घाटनों को जगह देनी ही पड़ रही है। मिसाल के तौर पर लीगेसी मीडिया भी पूरी तरह से इस तरह की कहानियों को कैसे अनदेखा कर सकता है कि बांड से करीब 1,000 करोड़ रूपये का चंदा देने वाली 32 दवा कंपनियों में, 7 ऐसी दवा कंपनियां भी शामिल थीं, जिनके खिलाफ घटिया दवाएं बनाने के लिए, सरकारी मशीनरी द्वारा जांचें/कार्रवाइयां की जा रही थीं! या यही कि कुख्यात सिलक्यारा टनल, जिसके बैठ जाने से, इकतालीस मजदूर कई हफ्ते तक फंसे रहे थे और इसके बावजूद उसे बनाने वाली कंपनी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी थी, उसने भी भाजपा को 55 करोड़ रूपये का चंदा बांड के जरिए दिया था! और यह भी कि बीसियों कंपनियों ने अपने मुनाफे से कई-कई गुना ज्यादा चंदा बांड के जरिए दिया था और इनमें एक दर्जन से ज्यादा ऐसी कंपनियां शामिल थीं, जिन्होंने अपनी स्थापना के साथ ही यानी कोई मुनाफा आने से पहले ही चंदा देना शुरू कर दिया था या जिनके सारे लक्षण शैल या खोखा कंपनियों के थे।इस सब के सामने आने से, मीडिया पर मुकम्मल नियंत्रण और अधिकतम संभव प्रचार के बल पर, गढ़ी गयी मोदी राज की ”न खाऊंगा, न खाने दूंगा” की छवि, भरभरा कर गिरनी शुरू हो गयी है। इसके स्वाभाविक परिणाम के रूप में, विपक्षी नेताओं को ”भ्रष्ट”‘ बनाकर पेश करने की संघ-भाजपा की मुहिम, भोंथरी होती जा रही है। ऐसे में और खासतौर पर चुनाव से ऐन पहले, केंद्रीय एजेंसियों के सहारे विपक्ष के खिलाफ कोई भी कार्रवाई, नरेंद्र मोदी के प्रचार के लिए उल्टी ही पड़ सकती है। केजरीवाल की गिरफ्तारी के मामले में ठीक यही होता नजर आ रहा है। इससे पहले, जनवरी की आखिरी तारीख को, ऐसे ही गढ़े हुए मामले में, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया गया था; तब भी संघ-भाजपा अपना मनचाहा हासिल नहीं कर पाए थे। हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के संदर्भ में जिस तरह, सरकार का वैकल्पिक नेतृत्व सामने आ गया, जिसने आसानी से बहुमत साबित कर दिया और जिस तरह हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के खिलाफ खासतौर पर झारखंड के आदिवासी गोलबंद हुए, उसने मोदी राज के मंसूबों पर कम-से-कम झारखंड के स्तर पर पानी फेर दिया। आम चुनाव के संदर्भ में इसका एक इशारा, राज्य से कांग्रेस की इकलौती सांसद को और हेमंत सोरेन की भाभी को दलबदल करा के, हाथ के हाथ लोकसभा के लिए भाजपा का टिकट दे दिया जाना है।बहरहाल, केजरीवाल की गिरफ्तारी के मामले में मोदी राज के मंसूबों की विफलता, और दूर तक जाती नजर आती है। अगर चुनाव से ठीक पहले इस तरह की कार्रवाई के पीछे यह विचार था कि केजरीवाल को जेल में डालने से, उनकी पार्टी पंगु हो जाएगी, चुनाव अभियान चलाने में असमर्थ हो जाएगी, तो साफ तौर पर यह विचार गलत साबित होने जा रहा है। दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार से लेकर, केजरीवाल की पार्टी के चुनाव प्रचार तक पर, शायद ही कोई असर पड़ता नजर आता है। उल्टे आम आदमी पार्टी कहीं लड़ाकू तेवर में नजर आती है और चुनाव प्रचार के मंच से केजरीवाल की अनुपस्थिति से जो कमी रह भी जाएगी, उससे ज्यादा की भरपाई केजरीवाल के मोदी राज के जुल्म-ज्यादती के शिकार बनाए जाने की छवि कर देने वाली है।वास्तव में इसका असर सिर्फ दिल्ली और इसके अलावा हरियाणा व पंजाब तक ही सीमित रहे, यह भी जरूरी नहीं है, हालांकि दिल्ली और हरियाणा में इंडिया गठबंधन की ओर से कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच सीटों पर तालमेल हो चुका है। केजरीवाल की गिरफ्तारी पर, उनकी अपनी पार्टी ने ही नहीं, बल्कि समूचे विपक्ष ने जिस तरह से प्रतिक्रिया की है, उसमें इस गिरफ्तारी के देश भर में मोदी राज की तानाशाही के प्रतीक के रूप में देखे-पहचाने जाने की संभावनाएं नजर आती हैं। केरल, तमिलनाडु आदि समेत, देश के अनेक हिस्सों में हुई विरोध कार्रवाइयां, इसी की ओर इशारा करती हैं। 31 मार्च को बुलायी गयी रामलीला मैदान की विरोध रैली, जिसमें इंडिया गठबंधन में शामिल सभी पार्टियों के नेताओं के शामिल होने की उम्मीद की जा रही है, जिसके लिए वामपंथ तथा कांग्रेस समेत सभी पार्टियां सक्रिय रूप से गोलबंदी कर रही हैं, इसी सिलसिले को और आगे ले जाएगी।इस संदर्भ में 1977 के आम चुनाव की पूर्व-संध्या में दिल्ली के रामलीला मैदान में ही हुई विपक्ष की संयुक्त रैली की याद आना स्वाभाविक है, जिसने इमर्जेंसी के लिए जिम्मेदार श्रीमती गांधी की विदाई की पटकथा लिख दी थी। रामलीला मैदान एक बार फिर अपना यह इतिहास दोहरा पाता है या नहीं, नरेंद्र मोदी की विदाई की पटकथा लिख पाता है या नहीं, यह तो आने वाले हफ्तों और दो महीनों में पता चलेगा। लेकिन, इतना तय है कि स्थितियां उसी ओर बढ़ती नजर आती हैं। केजरीवाल की गिरफ्तारी, नरेंद्र मोदी निजाम की बढ़ती तानाशाही को तेजी से बहस के केंद्र में ला रही है। यही वह धुरी है, जहां से नरेंद्र मोदी की गाड़ी को बेपटरी किया जा सकता है। पहले, ओडिशा में बीजू जनता दल और अब पंजाब में अकाली दल का भाजपा के गठबंधन के न्यौते को ठुकरा देना, इसी दिशा में एक और इशारा लगता है।*(लेखक वरिष्ठ पत्रकार और साप्ताहिक पत्रिका ‘लोकलहर’ के संपादक हैं।)*

कानपुर भाजपा प्रत्याशी रमेश अवस्थी का भव्य स्वागत

न्यूज़ समय तक कानपुर भाजपा प्रत्याशी रमेश अवस्थी का भव्य स्वागत नगर सीट के प्रबल दावेदार पचौरी,महाना,महेश त्रिवेदी नदारत कानपुर नगर के कई दिग्गज नेताओ को मात देने के बाद कानपुर सीट से भाजपा प्रत्याशी रमेश अवस्थी का भाजपा नेताओ व कार्यकर्ताओ ने भव्य स्वागत व अभिनन्दन किया। कुछ भाजपा कार्यकर्ता अपने प्रत्याशी को पहचानते नही थे इसलिए राज्य सभा सांसद बाबूराम निषाद के बाहर आते ही उन्हे मालाओ से लाद दिया,बाद मे भाजपा प्रत्याशी रमेश अवस्थी के बाहर निकलने पर उनको माल्यार्पण व पगडी पहनाकर स्वागत किया गया। महाना की ओर से वी डी राय व राकेश तिवारी ही पहुंचे। महाना,पचौरी व महापौर प्रमिला पाण्डेय व महेश त्रिवेदी नदारत रहे यह चर्चा का विषय रहा। भाजपा के दोनो गुट नदारत होने से चुनाव काफी दिलचस्प होने की उम्मीद हो गई। इस बाबत रमेश अवस्थी ने अपने सम्बोधन मे कहा कि कार्यकर्ताओ ने पहले बाबू राम निषाद का स्वागत किया,भाजपा की यह परम्परा रही है पहले बड़ो का सम्मान करना चाहिए, वही परम्परा बनी रहे, भाजपा मे कोई अंतर्कलह नही है आज कार्यकर्ताओ मे जोश है हम चार लाख से अघिक वोटो से चुनाव जीतेगे, एक या दो लोग नाराज चल रहे है जल्द ही उन्हे मना लिया जायेगा। गणेश मंदिर, आनेन्देश्वर मंदिर आदि मंदिरो के दर्शन कर जीत का आशीर्वाद लिया। स्वागत समारोह मे प्रमुख रूप से सुरेश अवस्थी,रघुनंदन सिंह भदौरिया,राकेश तिवारी, बी डी राय,जे के चौरसिया,डाक्टर के के शुक्ला,मोरमुकूट आदि लोग मौजूद रहे।

वरिष्ठ पत्रकार ज्ञानेंद्र शर्मा के निधन पर यूपीडब्लूजेयू ने जताया शोक

न्यूज़ समय तक लखनऊ वरिष्ठ पत्रकार ज्ञानेंद्र शर्मा के निधन पर यूपीडब्लूजेयू ने जताया शोक लखनऊ, 27 मार्च, जाने माने पत्रकार, राजनैतिक विश्लेषक व पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त ज्ञानेंद्र शर्मा के निधन पर यूपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन (यूपीडब्लूजेयू) ने गहरा शोक जताया है। ज्ञानेंद्र शर्मा का बुधवार सुबह राजधानी लखनऊ के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। लगभग 80 वर्ष के ज्ञानेंद्र जी बीते कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे।यूपीडब्लूजेयू अध्यक्ष टीबी सिंह ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि झांसी जिले के मऊरानीपुर निवासी ज्ञानेंद्र शर्मा 70 के दशक में राजधानी लखनऊ आए और पांच दशकों में राजनैतिक पत्रकारिता में अपनी धाक जमाते हुए अपनी खबरों का लोहा मनवाया। उन्होंने बताया कि ज्ञानेंद्र जी ने दैनिक हिन्दुस्तान, नई दिल्ली, दैनिक जागरण, लखनऊ, स्वतंत्र भारत, लखनऊ, जनसंदेश टाइम्स, लखनऊ, नवभारत टाइम्स, समाचार भारती व एमपी क्रानिकल आदि अखबारों में उच्च पदों पर नियमित सेवाएं दी। इसके अतिरिक्त वह आखिरी सांस तक लगातार लेखन कार्य से जुड़े रहे।टीबी सिंह ने कहा कि ज्ञानेंद्र जी ने पत्रकार यूनियनों में भी सक्रिय भूमिका निभाते हुए कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर संघर्ष की अगुवाई की थी। उन्होंने बताया कि बीते साल ही मासिक पत्रिका मीडिया के 25 साल पूरे होने पर इसमें नियमित लेखन करते रहे ज्ञानेंद्र जी को रजत सम्मान दिया गया। पत्रकारिता जगत में उनकी दीर्घकालीन सेवाओं के लिए यूपीडब्लूजेयू ने भी उन्हें अमृत सम्मान दिया था।

कानपुर का 221वा स्थापना दिवस तथा विश्व रंगमंच दिवस का शुभारंभ

न्यूज़ समय तक कानपुर 211 वा स्थापना दिवस समारोह मर्चेंट चैंबर ऑफ उत्तर प्रदेश तथा कानपुर पंचायत के संयुक्त तत्वावधान में कानपुर का 221वा स्थापना दिवस तथा विश्व रंगमंच दिवस का शुभारंभ सर पदमपत सिंघानिया सभागार में प्रमिला पांडे (महापौर ), सलिल विश्नोई (एम एल सी) , मयंक खन्ना (उपाध्यक्ष मर्चेंट चैंबर), धर्म प्रकाश गुप्त( संयोजक कानपुर पंचायत), डा. इंद्रमोहन रोहतगी , योगेश अग्रवाल, सुदीप गोएंका के द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। शुभारंभ में कानपुर पंचायत के द्वारा निर्मित तथा रतन राठौर के संयोजन और निर्देशन में बनी वृत्त चित्र “कानपुर पग पग निशा तेरे” का प्रदर्शन किया गया इस वृत्त चित्र में निर्देशक ने कानपुर के दार्शनिक , ऐतिहासिक , एवम उद्योग बाजारों का बेहतरीन तरीके से किया गया चित्रण ने सबका मन मोह लिया । इस अवसर पर पिच्चासी वर्ष के रंगमंच के दिग्गज कलाकार राधे श्याम दीक्षित, दीप्ति नवल , सुलभा देशपांडे , सुधीर दलवी द्वारा अभिनीत 1985 की फिल्म ” चिरूथा” के कुछ अंश का प्रदर्शन किया गया। जिसमें राधे श्याम दीक्षित के अभिनय को देखकर सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इस अवसर पर ध्रुपद के संगीतज्ञ राष्ट्रपति द्वारा संगीत नाट्य कला अकादमी से पुरस्कृत विनोद द्विवेदी , राधेश्याम दीक्षित वरिष्ठ रंगकर्मी , सांस्कृतिक क्षेत्र में भरत नाट्यम की पारंगत डा. सुचरिता खन्ना ,आयुर्वेदिक चिकित्सा क्षेत्र में डा. वंदना पाठक , पत्रकारिता में अनंत शेखर मिश्रा, सामाजिक सेवा में बालकृष्ण ओमर को उनके अतुलनीय योगदान हेतु सम्मानित किया गया । छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के सहयोग से आयोजित कानपुर चित्रकला के विजयी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वा नगद पुरस्कार से सम्मानित किया गया।इस अवसर पर रतन राठौर, भानु प्रकाश शुक्ल, दिलीप कुमार मिश्रा , इला बाजपाई , आदित्य पोद्दार, विमल झांझरिया,स्वतंत्र सिंह, महेंद्र मोदी , डा. अंकित गुप्ता आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से मानक की अनदेखी कर चल रहे पैथो लैब,स्वास्थ्य के साथ हो रहा खिलवाड़

न्यूज समय तक ब्यूरो शिवकरन शर्मा कानपुर देहात**स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से मानक की अनदेखी कर चल रहे पैथो लैब,स्वास्थ्य के साथ हो रहा खिलवाड़

*जनपद कानपुर देहात रूरा थाना क्षेत्र के तिगाई एवं अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता के कारण मरीजों की जान पर आफत आ गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित मानक की अनदेखी कर चौक चौराहे पर पैथोलाजिकल जांच घर खुल गए हैं। जो मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इन जांच घरों में न तो चिकित्सक कार्य करते हैं न ही प्रशिक्षित टेक्निशियन। वहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मूकदर्शक बन कर किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रहे है। बताते चलें कि बीमार पड़ने के बाद जब मरीज किसी चिकित्सक के पास जाते हैं तो चिकित्सक विभिन्न प्रकार की जांच कराने का सलाह देते हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर ही चिकित्सक मरीज का उपचार करते हैं। लेकिन यहां उपचार के नाम पर बिना डिग्री और बिना उचित प्रशिक्षण व अनुभव के बैठे लोग गलत जांच रिपोर्ट थमा कर मरीज की जान के साथ खिलवाड़ करते हैं। आये दिन स्वास्थ्य विभाग से शिकायत भी की जाती है।लेकिन विभाग के अधिकारी कभी इसकी फिक्र नही करते। शायद उन्हे एक हादसे का इंतजार है।

होली मिलन समारोह के साथ हुआ मेला तीज महोत्सव आगाज

न्यूज समय तक फिरोजाबाद ब्यूरो चीफ राघवेंद्र सिंह की रिपोर्ट

होली मिलन समारोह के साथ हुआ मेला तीज महोत्सव आगाज सिरसागंंज जन सांस्कृतिक परिषद द्वारा आयोजित मेला तीज महोत्सव की तैयारियां पूर्ण हो चुकी है होली मिलन समारोह के साथ मेला तीज महोत्सव के आयोजन के लिए तैयारियां पूर्ण हो चुकी हैं । कल दिनांक 28 मार्च को दोपहर एक बजे मेला तीज का उद्घाटन जिलाधिकारी फिरोजाबाद व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक फिरोजाबाद के द्वारा किया जाएगा । इसी संदर्भ में आज शाम को सिरसागंज चेयरमैन प्रतिनिधि डॉक्टर गुरुदत्त सिंह व थानाध्यक्ष सिरसागंज बैजनाथ सिंह ने मय पुलिस फोर्स के मेला प्रांगण में भ्रमण कर मेले की तैयारियों का जायजा लिया । वहीं इलाका पुलिस ने 28 मार्च की शाम को नगर के प्रमुख मार्गों से होकर गुजरने वाली झांकियों के रूट का भी निरीक्षण किया । गौरतलब है कि जन सांस्कृतिक परिषद द्वारा नगर पालिका परिषद के सभागार में होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया जिसमें सर्वप्रथम मेन रोड स्थित दाऊजी मंदिर से संगीतमय भजन कीर्तन की बैलगाड़ी दाऊजी मंदिर से थाना रोड खेमगंज चौराहा होते हुए नगर पालिका परिषद पहुंची जहां कमेटी के पदाधिकारियों ने बड़े आदर के साथ भजन मंडली को होली मिलन समारोह में पहुंचाया जहां पर कमेटी के अध्यक्ष संजय मित्तल, प्रबंधक संजय शर्मा, कोषाध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह पप्पू भाई,,नगर अध्यक्ष केशव गुप्ता,योगेश गुप्ता ने होली मिलन समारोह में आए वरिष्ठ नागरिकों का मोती माला एवं पटका पहना कर स्वागत सम्मान किया तथा एक दूसरे के गले मिलकर होली की शुभकामनाएं दी। वहीं कमेटी के अध्यक्ष संजय मित्तल ने बताया कि मेला तीज महोत्सव 28 अप्रैल से 11 अप्रैल तक आयोजित किया जाएगा जिसमें मेल तीज महोत्सव का मंचीय कार्यक्रम पुराना बस स्टैंड पर कराया जाएगा। मेला तीज महोत्सव का शुभारंभ से लेकर नगर भ्रमण के लिए भव्य शोभा यात्रा निकली जाएगी 1 अप्रैल को रंपत द्वारा नौटंकी कार्यक्रम, 2 अप्रैल को गायक शिवानी गोला द्वारा रागिनी गायन, 3 अप्रैल को शिवानी मिश्रा समूह द्वारा शिव तांडव तथा ब्रज की होली, 4 अप्रैल को हरियाणवी सिंगर रेणुका पवार लाइव शो, 5 अप्रैल को बॉलीवुड म्यूजिकल डांस नाइट, 6 अप्रैल को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा होली मिलन समारोह में जन सांस्कृतिक परिषद सिरसागंज के समस्त पदाधिकारियो का सहयोग रहा।

डॉक्टर समरदीप पांडेय ने किदवई नगर विधानसभा विधायक महेश त्रिवेदी को गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं एवं बधाई दी

न्यूज़ समय तक कानपुर डॉक्टर समरदीप पांडेय ने किदवई नगर विधानसभा विधायक महेश त्रिवेदी को गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं एवं बधाई दी। आज होली के* पावन पर्व पर जूही मंडल किसान मोर्चा के मंडल महामंत्री डॉक्टर समरदीप पांडेय अपने किसान मोर्चा साथियों संग भारतीय जनता पार्टी के किदवई नगर विधानसभा के लोकप्रिय विधायक महेश त्रिवेदी जी को निज निवास पर जाकर गुलाल लगाकर होली की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। वहीं दूसरी तरफ विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना जी के साथ भी होली के दिन गुलाल लगाकर उनका भी होली की शुभकामनाएं एवं बधाई दी सभी वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे किसान मोर्चा जिला कार्यकारिणी सदस्य अवध बिहारी अवस्थी वरिष्ठ नेता दिलीप सिंह किसान मोर्चा वार्ड अध्यक्ष विनय मालवी मंडल मंत्री मुकेश रावतआदि लोगों उपस्थित रहे