जी हिंदुस्तान चैनल बन्द होने से,300 लोगो पर लटकी बेरोजगारी की तलवार
🔶 —जगदीश चन्द्रा के जाते ही,शुरू हो गई थी जी हिंदुस्तान का काउन-डाउन
🔶 —4 साल पहले जगदीश चंद्रा के जी हिंदुस्तान छोड़ते ही शुरू हो गया था चैनल का पतन और अंततः डॉक्टर सुभाष चंद्रा ने कर दी जी हिंदुस्तान को रीस्ट्रक्चर करने की घोषणा।
🔸 जी हिंदुस्तान को लॉन्च किए जाने के पहले साल ही जगदीश चंद्रा और मनोज जग्यासी की जोड़ी ने 44 करोड़ का रेवेन्यू इकट्ठा करके पहले साल में ही चैनल का break even कर दिया था लेकिन जगदीश चंद्र के चले जाने के बाद आने वाली टीम चैनल को नहीं संभाल पाई और रेवेन्यू लगातार गिरता चला गया। प्रबंधन ने इसके साथ-साथ अपने उड़ीसा चैनल को भी बंद कर दिया। Zee के शॉपिंग मॉल चैनल में से 130 में से 70 लोग हटा दिए गए हैं। कई राज्यों के रीजनल Zee चैनल के सभी ब्यूरो बंद कर दिए गए हैं। हालांकि ज़ी हिंदुस्तान को बंद किए जाने की ख़बर पर ज़ी प्रबंधन ने आज प्रेस रिलीज जारी की और चैनल बंद किए जाने की ख़बरों को निराधार बताया। ज़ी प्रबंधन के मुताबिक चैनल को बंद नहीं किया जा रहा है । इसमें बदलाव किए जा रहे हैं। ज़ी हिंदुस्तान अब जल्द ही दर्शकों के बीच नए क्लेवर में पेश होगा। चैनल का फॉर्मेट दूसरे चैनलों से अलग होगा। जहां सादगी, गंभीरता और नए नजरिये के साथ खबरों से दर्शक रूबरू होंगे।
सुत्रों की माने तो अब ज़ी के किसी भी रीजनल चैनल में 65 से ज्यादा लोग नहीं होंगे। इसका अर्थ यह है कि हर चैनल से 50 से ज्यादा लोग हटेंगे। Zee प्रबंधन के इन फैसलों से देश के मीडिया मार्केट खासतौर पर नोएडा में हड़कंप मचा हुआ है और Zee से हटाया हर पत्रकार अब कहीं ना कहीं अपनी नई जमीन तलाश रहा है।