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न्यूज़ समय तक, उत्तराखंड ब्यूरो चीफ नवीन चन्द्र पोखरियाल रामनगर, जिला नैनीताल उत्तराखंड।
गुरु प्रदोष व्रत आज, इस शुभ मुहूर्त में पूजा करने से मिलेगा सौभाग्य का वरदान।
न्यूज़ समय तक 19 जनवरी 2023।
हिंदू पंचांग के अनुसार आज यानि 19 जनवरी को गुरु प्रदोष रखा जाएगा। महिलाएं यह व्रत अखंड सौभाग्य और संतान प्राप्ति की कामना से रखती हैं।
गुरु प्रदोष व्रत
हिंदू पंचांग के मुताबिक प्रत्येक माह की दोनों त्रयोदशी के दिन प्रदोष व्रत रखा जाता है। जिसमें एक प्रदोष व्रत शुक्ल पक्ष और दूसरा कृष्ण पक्ष में आता है। इस व्रत में प्रदोष में पूजा की जाती है इसलिए इसे प्रदोष व्रत कहा जाता है। इस बार माघ माह के कृष्ण पक्ष में प्रदोष व्रत आज यानि गुरुवार के दिन पड़ रहा है और इसलिए इसे गुरु प्रदोष नाम दिया गया है। प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और माता पार्वती का पूजन किया जाता है. कहते हैं कि यदि विधि-विधान के साथ इनका पूजन किया जाए तो सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
प्रदोष व्रत 2023 शुभ मुहूर्त।
प्रदोष व्रत के दिन पूजा हमेशा प्रदोष काल में की जाती है और प्रदोष काल सूर्यास्त से प्रारम्भ हो जाता है। इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त शाम को 5 बजकर 49 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 30 मिनट तक रहेगा। कहते हैं कि शुभ मुहूर्त में पूजा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति को शुभ की प्राप्ति होती है।*प्रदोष व्रत पूजन विधि*प्रत्येक प्रदोष व्रत की तरह ही गुरु प्रदोष व्रत के दिन विधि-विधान के साथ भगवान शिव और माता पार्वती का पूजन किया जाता है। प्रदोष व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें और फिर स्वच्छ वस्त्र पहनें। इसके बाद हाथ में जल लेकर व्रत कर संकल्प लें और फिर मंदिर की सफाई करें।
मंदिर और घर में गंगाजल का छिड़काव करें। फिर भगवान शिव का पूजन करें और पूजन सामग्री में बेलपत्र, अक्षत, धूपबत्ती शामिल करें। भगवान शिव को चंदन का तिलक लगाएं और माता पार्वती को सिंदूर का तिलक लगाएं। फिर सूर्यास्त के बाद शाम के समय शिव के समक्ष घी का दीपक जलाएं और ऊं नमः शिवाय मंत्र का जाप करें। इसके बाद सोम प्रदोष व्रत की कथा पढ़ें और सुनें। क्योंकि बिना कथा के व्रत अधूरा माना जाता है।