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सेवानिवृत्त शिक्षकों की समस्याएं समय से प्राथमिकता पर निस्तारित की जाएं।
शिक्षक हैं समाज का आईना, सभी मिल कर समाज को प्रशिक्षित करें।
समय है महत्वपूर्ण, सेवानिवृत्ति उपरान्त समाज को करें शिक्षित।
कानपुर देहात उत्तर प्रदेशीय सेवानिवृत्त प्राथमिक शिक्षक कल्याण परिषद उत्तर प्रदेश शाखा जनपद कानपुर देहात द्वारा आयोजित सेवानिवृत्त प्राथमिक शिक्षक कल्याण परिषद उत्तर प्रदेश के जनपदीय अधिवेशन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिलाधिकारी नेहा जैन द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ अकबरपुर हिंदी भवन में किया। इस मौके पर सेवानिवृत्त शिक्षकों का सम्मान प्रतीक चिन्ह देकर किया गया। जिलाधिकारी ने सेवानिवृत्त शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि आप आने वाले कल के निर्माता हैं व आप सभी जिन्दगीं के इस मोड़ पर हैं, जहां आप समाज में बदलाव की मुहिम शुरू कर सकते हैं, जिसके लिए आपके पास समय भी है, इस समय का सदुपयोग अत्यंत आवश्यक है। अपने दिन का पूर्ण सदुपयोग अवश्य करें। मोबाइल में अपना समय खराब न करें। ह्यूमन लाइब्रेरी के रूप में समाज को एक नई दिशा अपने ज्ञान से प्रदर्शित करें। उन्होंने कहा कि तरक्की का मार्ग प्रशस्त करने वाले आप सभी वह केंद्र हैं जो चाह ले तो समाज को नई दिशा और मार्गदर्शन प्रदान करें। उन्होंने कहा कि द्रोणाचार्य प्रोजेक्ट तैयार करें जिसके माध्यम से लोगों को शिक्षित किया जाए। वहीं उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्त शिक्षकों की समस्याओं का समय से निस्तारण किया जाए। आज इस विषम परिस्थितियों में आपकी समाज को महती आवश्यकता है। आप आज की युवा पीढ़ी को नया रास्ता दिखा सकते हैं।उन्होंने कहा कि आप नौकरी से सेवानिवृत्त भले हुए हैं लेकिन आप की प्रासंगिकता और बढ़ गई है। इस मौके पर मुख्य कोषाधिकारी के के पांडेय ने संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षक ही समाज का आईना होता है, शिक्षक से ही हमें अनुशासन का ज्ञान प्राप्त होता है। उन्होंने सेवानिवृत्त शिक्षकों से कहा कि अपने स्वास्थ्य का जरूर ख्याल रखें। इस मौके पर बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धि पांडेय ने कहा कि शिक्षक हमें समाज में जीने के लिए ज्ञान प्राप्त कराते हैं शिक्षक ही मां-बाप के बाद दूसरे गुरु होते हैं इसलिए हमें सदैव शिक्षकों का आदर सम्मान करना चाहिए इसलिए जरूरी है कि हम सब शिक्षकों को हर तरह से सम्मान प्राप्त कराएं। इस मौके पर बड़ी संख्या में सेवानिवृत्त शिक्षक गण व संगठन के पदाधिकारी गण आदि उपस्थित रहे।