शनिवार, अप्रैल 20, 2024
spot_imgspot_imgspot_img
होमअपनी बातमाहवारी स्वच्छता दिवस (28 मई) पर विशेष।

माहवारी स्वच्छता दिवस (28 मई) पर विशेष।

न्यूज समय तक

माहवारी स्वच्छता दिवस (28 मई) पर विशेष

थीम – ‘मेंस्ट्रूअल हाइजीन समस्या के प्रति हम सभी समर्पित’लम्बे समय तक सेनेटरी नैपकिन नहीं बदलना हो सकता है संक्रमण कि मुख्य वजह। साफ और धुले कपड़े को सेनेटरी नैपकिन नहीं होने पर कर सकते हैं इस्तेमाल।

माहवारी के दौरान पुरुष का सहयोग भी ज़रूरी

रिपोर्ट – आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता न्यूज समय तक

औरैया। मासिक धर्म या माहवारी यह कोई समस्या या बीमारी नहीं बल्कि यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है| इस प्रक्रिया से लगभग 11 वर्ष से 40वर्ष की अधिकतर महिलाएं गुज़रती हैं| हर वर्ष 28 मई को विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस महिलाओं व किशोरीयों को जागरूककरने के लिए मनाया जाता है। जिसका मुख्य उद्देश्य लड़कियों और महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान चार से पांच दिन स्वच्छता रखने के लिए जागरूक करना है। इस वर्ष माहवारी स्वच्छता दिवस की थीम है- ‘मेंस्ट्रूअल हाइजीन समस्या के प्रति हम सभी समर्पित’|मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ अर्चना श्रीवास्तव का कहना है कि माहवारी के समय स्वच्छता रखना बेहद अहम है, ज़रूरी है कि इससमय सेनेटरी पैड इस्तेमाल किये जाए अगर पैड नहीं है तो साफ़ धुला और धूप में सूखा हुआ कॉटन कपडा भी इस्तेमाल किया जासकता है| सफाई के साथ ही 2-3 घंटे के अन्तराल पर कपड़ा या पैड बदलना बहुत ही ज़रूरी है| अक्सर कामकाजी महिलाएं भी इस चीज को नज़रंदाज़ कर देती हैं| लम्बे समय तक एक ही पैड को लगाने से पसीना और रक्तस्त्राव कि वजह से बदबू के साथ ही यौनसंचारी और प्रजनन मार्ग संक्रमण (आरटीआई / एसटीआई ) फैलने कि संभावना रहती है| साथ ही उचित साफ सफाई नहीं रखने परसर्वाइकल कैंसर होने की भी संभवाना होती है|50 शैय्या जिला संयुक्त चिकित्सालय की स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ सुनीता सागर जानकारी देते हुए बताती हैं पैड को इस्तेमालकरने के बाद इसका निस्तारण भी बहुत ज़रूरी होता है| इसको अख़बार में लपेट कर कूड़ेदान में फेकना चाहिए| इसे फ्लश करने सेबचना चाहिए| डॉ सागर बताती हैं पेशाब करते समय जलन, गुप्तांगों के आस पास दर्द रहना और बदबूदार पानी आना प्रजनन मार्गसंक्रमण और यौन संचारित संक्रमण (आरटीआई / एसटीआई ) के लक्षण होते हैं। इन रोगों के होने की मुख्य वजह साफ सफाई कीकमी होना है। गुप्तांगो की उचित साफ सफाई नहीं रखने से इस तरह का संकर्मण होने की संभावना रहती है|डॉ सागर बताती हैं वक़्त की ज़रूरत है कि माहवारी पर खुलकर बात होनी चाहिए। सिर्फ पुरुषों के बीच ही नहीं, बल्कि महिलाओं केबीच भी इस पर बात करना शर्म की बात समझी जाती है। इस पर जागरूकता की ज़रूरत है। कोई भी समस्या होने पर बिना हिचकके डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें और सही सलाह और इलाज लें|शुरुआत में हल्की सी खुजली के साथ जलन, हो सकता है फंगल इंफेक्शनजनपद निवासी 19 वर्षीय हर्षिता सिंह बीते छह माह से माहवारी के दौरान फंगल इंफेक्शन का सामना कर रही थीl वह बताती हैं कि शुरुआत में हल्की सी खुजली हुई, जिसे अनदेखा कर दिया। धीरे धीरे खुजली के साथ जलन भी होने लगी। लेकिन शर्म की वजह से घर में किसी को नहीं बताया, जब समस्या बर्दाश्त से बाहर हो गई, तब बड़ी दीदी को बताया और वह मुझे जिला अस्पताल स्त्री रोगविशेषज्ञ के पास लेकर गई। वहाँ डॉक्टर ने मुझसे बीमारी के बारे में पूछा मैंने उनको बताया कि माहवारी के समय ही खुजली और जलन होती है। तब डॉक्टर ने मुझे बताया कि वेजाइनल इन्फेक्शन हुआ है। इसलिए माहवारी के चार पांच दिन सफाई का विशेष ध्यान दें। दिन में चार या पांच घंटे के अंतराल से कपड़ा बदले और फ़ौरन हाथों को साबुन से धोएं। डॉक्टर ने कुछ दवाएं दीं जो कि इन्फेक्शन एरिया पर लगाने व खाने के लिए थी। दो माह के उपचार के बाद अब मैं ठीक हूं। हर्षिता ने किशोरी व महिलाओं से अपील की है, कि माहवारी के दौरान सफाई का ख्याल रखें। थोड़ी सी परेशानी होने पर बिना झिझके घर में बताएं, जिससे की समय रहते उपचार हो सके। और मेरी तरह परेशान न होना पड़े।

RELATED ARTICLES

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Most Popular

Recent Comments

ए .के. पाण्डेय (जनसेवक )प्रदेश महा सचिव भारतीय प्रधान संगठन उत्तर भारप्रदेश पर महंत गणेश दास ने भाजपा समर्थकों पर अखंड भारत के नागरिकों को तोड़ने का लगाया आरोप