न्यूज समय तक
फतेहपुर जनपद के गाजीपुर थाना क्षेत्र के सुकेती में भांग के ठेके से नहीं थम रहा है गांजा जैसे मौत के जहर की बिक्री का सिलसिला।
पुलिस अधीक्षक के फरमान का गाजीपुर थानाध्यक्ष कर रहे है खुलेआम अपमान।
क्षेत्र के गांजा माफिया द्वारा प्रतिमाह क्षेत्रीय पुलिस को दी जाती है रिश्वत के नाम पर मोटी रकम _सूत्र।
आखिर क्यों नहीं पहुंचते आबकारी विभाग एवं खाकी के सुरमे के हाथ क्षेत्रीय गांजा माफिया के गिरेबान तक
श्रीराम अग्निहोत्री न्यूज़ समय तक
फतेहपुर। जनपद के पुलिस अधीक्षक ने अपराध व अपराधियों के रोकथाम हेतु सभी थानाध्यक्षों व चौकी प्रभारियों को सख्त निर्देश देते चले आ रहे हैं और कहते चले आ रहे हैं कि यदि उनके निर्देशों का पालन नहीं किया गया तो संबंधित थानाध्यक्ष व चौकी इंचार्ज पर गंभीर कार्यवाही की जाएगी। पुलिस अधीक्षक के निर्देशों का पालन भले ही समूचे जनपद में होता नजर आ रहा हो किंतु जनपद के गाजीपुर थाना के अंतर्गत आने वाले सुकेती क्षेत्र में अपराध का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है आखिर अपराध थमे भी कैसे जब क्षेत्रीय पुलिस पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त हो। मालूम रहे कि सुकेती क्षेत्र में सरकारी भांग की दुकान से गांजा जैसे मौत के जहर की बिक्री की जा रही है, इतना ही नहीं गाजीपुर थाना क्षेत्र में यह अफवाह जंगल की आग की तरह फैली हुई है कि उपरोक्त गांजा माफिया समूचे जनपद में थोक (भारी मात्रा ) में गांजा की तस्करी करता है और इस बात की जानकारी क्षेत्रीय पुलिस को भी भली-भांति है किंतु बहुचर्चित गांजा माफिया द्वारा क्षेत्रीय पुलिस को प्रतिमाह रिश्वत के नाम पर मोटी रकम दी जाती है और इसीलिए क्षेत्रीय पुलिस के हाथ क्षेत्र के बहुचर्चित गांजा माफिया के गिरेबान तक नहीं पहुंच रहे हैं। आश्चर्य की बात तो यह है कि पुलिस अधीक्षक के खौफ से बेखौफ क्षेत्रीय पुलिस भ्रष्टाचार में लिप्त होकर अपनी मनमानी करते हुए पुलिस अधीक्षक के निर्देशों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रही है किंतु हैरत की बात तो यह है कि खुद को खाकी का सूरमा समझने वाली क्षेत्रीय पुलिस के हाथ क्षेत्र के बहुचर्चित गांजा माफिया के गिरेबान तक क्यों नहीं पहुंच पा रहे हैं यह बात आम जनता के गले के नीचे नहीं उतर रही है। आखिर ऐसी कौन सी वजह है की खुद को खाकी का सूरमा समझने वाली ही ऐसे माफिया के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाय उससे खौफ खा रही है और इस बात की जानकारी थानाध्यक्ष गाजीपुर को भी है। गौरतलब बात तो यह है कि क्षेत्र में हो रही चर्चा की जानकारी यदि पुलिस अधीक्षक को हो गई तो क्षेत्रीय पुलिस पर कोई गंभीर कार्यवाही करने से पीछे नहीं हटेंगे!??