न्यूज समय तक
👉 जिले में चल रही खदानों के रास्तों में हो रहे एक्सीडेंट, जर्जर रास्तों से निकलना हुआ मुश्किल।
श्रीराम अग्निहोत्री न्यूज समय तक ब्यूरो चीफ फतेहपुर
फतेहपुर जिले में चल रही खदानों के रास्ते बुरी तरह जर्जर व दलदल में तब्दील हो गए हैं जिससे बसिंदो को धूल भरी जिंदगी जीना पड़ रहा है। ललौली से अढावल तक के करीब दर्जनों गांव के लिए खदाने मुसीबत बनी है। जोकि आने जाने के लिए सही रास्ता है नहीं है। इमरजेंसी में अस्पताल जाना हो तो मरीज इस तरह के जर्जर रास्ते व ओवरलोड ट्रको के भीड़ में दम तोड़ देता है। वही अढावल से चल रही खदानों का रास्ता बीच गांव से होने के कारण हर साल कोई ना कोई दुर्घटना हो जाती है। जिससे ग्रामीणों में भय बना रहता है। आपको बता दें कि गुरुवार के दिन ललौली कस्बे में एक 8 वर्षीय मासूम पढ़कर वापस घर जा रहा था। तभी एक ट्रक ने कुचल दिया जिसकी हृदय विदारक मौत हो गई थी। महमदपुर में पिछले वर्ष घर के सामने खेल रहे 11 साल के मासूम के ऊपर ओवरलोड ट्रक पलट गया था, जिसमें मासूम की मौत हो गई थी। और आज महमदपुर में एक किसान बैल लेकर जा रहा था तभी अढावल खदान के खंड संख्या 3 से ओवरलोड ट्रक बालू लादकर आ रहा था।तभी गांव के अंदर बैलगाड़ी को टक्कर मार दी। जिससे किसान बाल-बाल बचा और बैल को गंभीर चोट आई। गुस्साए ग्रामीणों ने खदान का रास्ता जाम कर दिया। और शासन व प्रशासन से मांग किया हैं की खदानों का रास्ता गांव के बाहर से किया जाए। ताकि आम जनमानस सुरक्षित रहे।वही खनन माफियाओं द्वारा हर घटनाओं में चंद रूपयो का लालच देकर मामला रफा-दफा करने में लग जाते हैं। बता दे की जिले में ओवरलोड रोकने में प्रशासन पूरी तरह से फेल नजर आ रहा है। जबकि खनन माफियाओं द्वारा राजस्व को लाखों-करोड़ों का चूना लगा रहे हैं। खनन माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि दिन रात ओवरलोड गाड़ियों को भरकर सड़कों में दौडाते हैं। और किसी अधिकारियों की ओवरलोड ट्रकों पर नजर नहीं पड़ती