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आखिर किसके चंगुल में हैं खनन विभाग और प्रशासन।
अवैध खनन कर सरकार को चुनौती दे रहे खनन माफिया।
खनन विभाग का काम बता कर पल्ला झाड़ रही पुलिस।
अंबेडकरनगर खनन माफिया दिन रात अवैध खनन करके सरकार को खुली चुनौती दे रहे हैं। प्रशासन के नाक के नीचे दिन रात नदी के किनारे अवैध बालू खनन हो रहा है।पूर्ववर्ती जिला अधिकारी राकेश मिश्रा के रहते समय खनन माफियाओं के खिलाफ जिस तरह से ताबड़तोड़ कार्रवाई की गई थी.अब एक बार फिर से खनन माफिया एक्टिव हो गए हैं अंबेडकरनगर जनपद के तमाम थाना क्षेत्रों से जो वीडियो आ रही हैं वह बता रही हैं कि जनपद में किस स्तर पर अवैध खनन चल रहा है.समोगर गांव से रात के अंधेरे में जो वीडियो आई है, उससे यह पता चल रहा है कि अंबेडकरनगर जनपद में कानून का राज नहीं रहा है. खनन माफिया घाघरा नदी का सीना चीर कर रात में अवैध खनन कर रहे हैं और ग्रामीण भले ही उनको रोकने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ना तो पुलिस नजर आ रही और न ही खनन विभाग. साथ ही प्रशासन को भी यह सब नजर नहीं आ रहा है. इससे साफ होता है कि अंबेडकरनगर पुलिस निजाम बदलते ही पूरी तरह बेखौफ है, उन्हें अपने पुलिस अधीक्षक अजीत सिन्हा का भी बिल्कुल खौफ नहीं है. खनन माफियाओं का हौसला इस कदर बुलंद है कि वह दिन हो या रात, में नदी का लगातार सीना चीरते रहते हैं. खनन माफिया प्रशासन पर इस कदर हावी है कि जेसीबी मशीन से दिन रात नदी से बालू का अवैध खनन कर सरकार को करोड़ों रुपये राजस्व का चूना लगा रहे हैं। बालू से लदे ट्रैक्टर दिन रात सड़कों पर खुलेआम दौड़ रहे हैं। लोगों का कहना है कि जेसीबी ट्रैक्टर की आवाजों से दिन भर खेती करने वाले किसानों के कान गूंजते रहते हैं। पुलिस से शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। खनन करके जा रही ट्रैक्टर ट्रालियां तेज रफ्तार से गुजरती हैं। जिससे सड़क हादसे भी हो रहे हैं।