सड़क में बने गड्ढे हादसों को देते हैं दावत
यमुना तटवर्तीय लोग मांग रहे सडकें शिक्षा स्वास्थ्य
क्षेत्रीय विधायक सांसद मत्रियों से टूटी क्षेत्रीय लोगों की आस
श्रीराम अग्निहोत्री न्यूज़ समय तक ब्यूरो फतेहपुर
फतेहपुर- विजयीपुर क्षेत्र में सड़कों की जर्जर दुर्दशा को देखकर तरस आ जाता है सड़कें बदहाल है और नेताजी बहाल हैं क्षेत्र में विकास के जुमले का दावा ठोकते हैं पर जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है पर क्षेत्र कि यह जानलेवा सड़कें आज भी लोगों के लिए मुसीबत पैदा करती हैं ।
आपको बता दें कि विजयीपुर विकासखंड मे सड़कों की स्थिति बद से बदतर हो गई है जहां गुरुवल,पहाडपुर, रायपुर भसरौल,बहियापुर अंजना भैरो सहित दर्जनों गांवों से किशनपुर को जोड़ने वाला यह मार्ग मौत का मुंह फैलाए बैठा हुआ है और सड़क पर यह गड्ढे जानलेवा बने हुये है रायपुर भसरौल के मजरो को जोड़ने वाले इस मार्ग में बड़े बडे गड्ढे से बनी सडको पर चलने को क्षेत्रीय लोग मजबूर है आपको बता दें कि इस क्षेत्र की जो सडकें हैं वह सडकें कभी भी किसी भी समय किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकती है लेकिन हमारे क्षेत्र की सांसद, विधायक, मंत्रियों को हमारे क्षेत्र की समस्या नहीं दिख रही हैं ऐसा लगता है कि न तो हमारे क्षेत्र की जनता ने उनको वोट दिया है और न ही उत्तर प्रदेश में यह जिला व ब्लॉक आता है क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि हमारे जनप्रतिनिधियों को क्षेत्र की समस्या नहीं दिख रही हैं क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि इस सरकार मे भी बदहाली की जिन्दगी जीनी पड रही हैं इस सरकार के भी दावे फेल होते हुये दिखाई दे रहे हैं
लोगों का कहना है कि डबल इंजन की सरकार होते हुए भी 70 साल पहले वाली जिन्दगी जी रहे हैं हमारे क्षेत्र मे न तो स्वास्थ्य की सुविधा है न ही शिक्षा की सुविधा है और न ही सडक हैं मौजूदा सरकार के नारे हमेशा यही होते है कि सबका साथ सबका विकास कहने वाली सरकार के सांसद विधायक ने हमारे क्षेत्र में इस नारे का 1%काम नहीं किया हर घर बिजली हर घर सडक़ का नारा देने वाली सरकार के सांसद, विधायक लगा रहे पलीता लोगों ने यह भी बताया है कि अगर विधायिका जी से सडक के बारे मे कहो तो उनका एक ही जवाब होता हैं कि हमने प्रस्ताव भेज दिया है जब प्रस्ताव पास होकर आ जायेगा तो आपके क्षेत्र की सडक बन जायेगी लेकिन यह जवाब क्षेत्र के लोग 20 वर्ष से सुनते चले आ रहे हैं आगे पता नहीं कब तक यही जवाब सुनना पडेगा कुछ लोगों ने यह भी बताया कि अब हम लोगों ने क्षेत्र की समस्या की चर्चा बंद कर दिये हैं। आखिर जनता पूछती है आखिरकार जिम्मेदार कौन!?