राधानगर थाना हमेशा रहता है अखबार की सुर्खियों पर और उच्च अधिकारियों को करते है गुमराह
अपराध की श्रेणी में प्रथम स्थान हासिल करने वाला थाना राधानगर बना महाभारत की धृतराष्ट्र की तरह
पुत्र की तरह कारखास सिपाहियों का नहीं छोड़ पा रहे मोह जिस जिस थाने में साहब जाएंगे वहां वहां अपने कारखासो की टीम को भी ले जाएंगे
श्रीराम अग्निहोत्री न्यूज़ समय तक ब्यूरो फतेहपुर
फतेहपुर वर्तमान समय राधानगर थाना एक ऐसा चर्चित व बेलगाम थाना है जहां हर्ष फायरिंग, छिनैती, दुष्कर्म, चोरी, अवैध देसी शराब, जुआंखाना, लकड़ी कटान, ताबड़तोड़ घटनाएं होती है मगर घटनाओं का खुलासा नहीं होता है। इस थाने में राधानगर चौकी इंचार्ज सहित ऐसे शातिर सिपाही है जो 24 घंटे सिर्फ अवैध वसूली में मस्त रहते हैं। साहब के कारखास माने जाते हैं अवैध वसूली से लेकर थाने की इकजायी यही वसूलते है। साहब के आंखों के तारे इन सिपाहियों को साहब अपने साथ ही रखते हैं साहब चाहे जिन थानों में रहे हो वह अधिकारियों को झांसे में लेकर अपने चहेते टीम का ट्रांसफर करवा लेते हैं अधिकारी भी बगैर सोचे प्रभारी की गणेश परिक्रमा को स्वीकार कर भी लेते हैं।क्या अधिकारी को नहीं मालूम होता की प्रभारी जिन कारखास टीम का अपने साथ ट्रांसफर करवा रहे है वह अपराध नियंत्रण में सहयोग के लिए नहीं बल्कि सिर्फ अवैध वसूली व थाने की इकजायी की वसूली के लिए ट्रांसफर करवा रहे हैं?
जनपद का थाना राधानगर यूं तो हमेशा चर्चा का विषय बना रहता है जहां इस क्षेत्र में अपराधियों के भी हौसले बुलंद रहते हैं। जहां इस क्षेत्र में अपराधी पुलिस के भय से बेखौफ होकर अपराध करते हैं हालांकि हाल ही में एक मामला काफी तेजी के साथ सोशल मीडिया के माध्यम से चर्चित बना हुआ है जहां आपको बताते चलें की थाना राधानगर क्षेत्र के अंतर्गत सथरियांव गांव के निवासी अभय साहू पुत्र विनोद साहू ने दीपावली के पर्व पर हर्ष फायरिंग की थी जिसमें वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में अपलोड किया गया था जिस पर नवयुवक के द्वारा हर्ष फायरिंग करते हुए वीडियो काफी तेजी के साथ ट्विटर पर भी ट्रेंड हुआ जिसको संज्ञान में लेते हुए थाना राधानगर की पुलिस अभय साहू के न मिलने की दशा में उसके पिता विनोद साहू को गिरफ्तार कर लाई थी जहां सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार विनोद साहू को पुलिस ने देर रात्रि मामला को ले देकर रखा दफा कर दिया और वीडियो को दो साल पुराना बता दिया गया हालांकि विश्वसनीय सूत्रों से जब वायरल वीडियो के बारे में जानकारी की गई तो उन्होंने बताया कि वायरल वीडियो दो साल पुराना नहीं है बल्कि वीडियो इसी नवंबर माह 2023 में ही दीपावली के पर्व पर हर्ष फायरिंग का है जिसका वीडियो वायरल हुआ है और अभय साहू के जो हाथों पर बंदूक दिख रही है वह किसी दूसरे की है। आखिर जब वायरल वीडियो को लेकर संबंधित थाना राधानगर के थाना प्रभारी राज किशोर से जानकारी की गई तो उन्होंने कहा की वीडियो दो साल पुराना है। और जो ट्विटर में ट्रेड हुआ था वह डिलीट कर दिया गया।आखिर एक सोचनीय विषय यह है कि विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार प्राप्त जानकारी तथा स्थानीय लोगों के द्वारा प्राप्त जानकारी के मुताबिक थाना प्रभारी के द्वारा दी गई जानकारी भिन्न-भिन्न क्यों हो रही हैं? आखिर मामला क्या है जो दोनों लोगों के द्वारा दी गई जानकारी अलग-अलग आ रही है। इसका मतलब सीधे तौर पर कहा जा सकता है कि दाल में कुछ काला जरूर है।।