योगी सरकार में बिन आवास जनता का खस्ताहाल
न्यूज समय तक देवेंद्र तिवारी मलवा फतेहपुर,
जनपद फतेहपुर के मलवा विकास खंड अंतर्गत ग्राम पंचायत गुनीर के कुम्हारन ग्वांडा गांव में गंगा तट के कटरी क्षेत्र में कई पीढ़ियों से झोपड़ियों में रहने को मजबूर है ग्रामीण जनता। चुनावी काल में बड़े बड़े नेताओं को याद आती है इन झोपड़पट्टी में रहने वाले लोंगो की और चुनाव के बाद इन सभी गरीब जनता को भूल जाते है जिम्मेदार नेता। कई दर्जन परिवार है जिनके रहने का कोई ठिकाना नहीं है। कीड़े मकोड़े की जिंदगी गुजार रहे है लोग। जनपद में बड़े बड़े नेताओं द्वारा विकास का ढिंढोरा पीटा जाता है लेकिन जमीनी स्तर में सारा विकास फुस्स नजर आता है। कीचड़ और दलदल से युक्त झोपड़ियों में जहरीले कीड़े मकौड़ों का खतरा बना रहता है। और दूषित वातावरण के कारण कई परिवार के छोटे छोटे बच्चे जानलेवा बीमारियों के चलते मर भी चुके है लेकिन फिर भी शासन प्रशासन से लेकर जिम्मेदार अधिकारी किसी को इन परिवारों की कोई सुध नहीं है। कुम्हारन ग्वाड़ा की जनता दूषित जल और दूषित पर्यावरण के बीच रहने को मजबूर है। न कोई अधिकारी न ही कर्मचारी इनकी समस्या को संज्ञान में लेता है और न ही समस्या के निदान का कोई मार्ग ही निकलता है जिससे पीड़ित है पूरा गांव। ग्रामीण लोगों का कहना है कि आखिर हम जाएं तो जाएं कहां? अधिकारी सुनते नही नेताओ को कोई सुध नहीं बस भाषणों में केवल रोटी कपड़ा मकान,अच्छी शिक्षा, उत्तम स्वास्थ्य का बखान तो सुनाई देता है लेकिन दिखाई कहीं नहीं देता।
