बुधवार, अक्टूबर 4, 2023
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माननीय मुख्यमंत्री जी एक नजर इधर भी


सहारनपुर न्यूज़ समय तक

माननीय मुख्यमंत्री जी एक नजर इधर भी

सहारनपुर अल्पसंख्यक अधिकारी भरत लाल गॉड और उसका ड्राइवर एहतेशाम जितने भी लोन अल्पसंख्यक विभाग से बेरोजगारों को दिए जाते हैं उन आदमियों से 20 हजार रूपये भरत लाल गॉड और उसका ड्राइवर मिलकर उनसे रिश्वत लेते हैं तब जाकर उनका लोन पास किया जाता है ऐसे ही एक आदमी ने लोन के लिए अप्लाई किया जिसका नाम शाहवली है तो अल्पसंख्यक अधिकारी भरत लाल गॉड और उसके ड्राइवर ने पहले ही उससे 20 हज़ार की मांग रख दी जिसको वह दे नहीं पाया और उसको लोन देने से मना कर दिया कि अगर 20 हज़ार हैं तो लोन होगा वरना नहीं अपने घर चले जाओ शाहवली अपना रोजगार चलाने के लिए सरकार की योजनाओं से अल्पसंख्यक में लोन के लिए अपील की थी ताकि उत्तर प्रदेश सरकार के योजनाओं से लाभ उठा सके…!

उत्तर प्रदेश सरकार बेरोजगार युवाओं को आगे लाने के लिए बहुत अच्छी-अच्छी योजनाएं दे रही हैं मगर भ्रष्टाचार अधिकारी पहले अपनी जेब भरते हैं बाद में उन लोगों तक योजनाएं पहुंचती हैं जो रिश्वत देता है उसको पहुंचती है जो रिश्वत नहीं देता उसको योजनाओं को लाभ नहीं मिलता अल्पसंख्यक अधिकारी भरत लाल गॉड ने मदरसे वालों से मिलकर करोड़ों रुपए की स्कॉलरशिप भी डकार रहे हैं माननीय मुख्यमंत्री जी का इसी विषय को लेकर मदरसों का सर्वे किया जा रहा है ताकि वहां पर पढ़ने वाले बच्चों को लाभ मिल सके क्योंकि जितने बच्चे रजिस्टर्ड होंगे लिखित रूप में उन लोगों को ही सरकार का लाभ मिलेगा और भ्रष्टाचार कम होगा मदरसों में कई हजार बच्चे फर्जी दिखाकर मदरसे के मौलवी अल्पसंख्यक अधिकारी से मिलकर करोड़ों रुपए डकार रहे हैं कुरान शरीफ में कहां लिखा है मदरसों के मौलवी कि सरकार का पैसा गलत तरीके से हजम किया जाए
बताएं मौलवी मदरसों की आड़ में अपनी बिल्डिंग बना रहे हैं और निजी संपत्ति खरीद रहे हैं जो विदेशों से फंडिंग आती है मौलवी लोग अपने ऐशो आराम के लिए जैसे चाहे वैसे खर्च करते हैं मौलाना असद मदनी ने कहा है मदरसों के सर्वे कराएं और बच्चों की किताबें और उनके खाने-पीने का सही से ध्यान रखें जो भी अधिकारी आए उसका समर्थन करें और अपने रजिस्टर वगैरह चेक कराएं आजकल दुआ मौलवी लोगों की यूं ही कबूल नहीं होती कि वह हराम हलाल नहीं देखते बस आ जाए माल मुर्गा मुसल्लम चाहे वह हराम या हलाल हो पहले हजरत लोग का कोई खाना लाता था मस्जिद में मौलवी के लिए तो पूछते थे कि भाई क्या काम करते हैं तब जाकर उसका खाना लेकर खाते थे हलाल हराम का ध्यान रखते थे इसीलिए उन लोगों की दुआ कबूल होती थी मान्य मुख्यमंत्री जी एहतेशाम और भरत लाल गॉड अल्पसंख्यक अधिकारी की संपत्तियों की जांच होनी चाहिए..!

रिपोर्ट एम शाहवली

        

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