न्यूज समय तक
फैक्ट्री में कार्यरत युवक की बिल्डिंग करते समय टैंक मे गिरकर हुई मौत।
परिजन फैक्ट्री गेट पर पहुंचकर देर शाम तक करते रहे मुआवजे की मांग।
मौके पर क्यूआरटी पुलिस सहित दलबल के साथ मौजूद रहे रनिया थाना प्रभारी कपिल दुबे एवं उप निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह, प्रभाकर यादव,
कानपुर देहात रनिया थाना क्षेत्र के औद्योगिक क्षेत्र में संचालित एक तेल बनाने वाली कंपनी में बिल्डिंग का कार्य कर रहा युवक निर्माणाधीन टैंक से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे फैक्ट्री प्रबंध तंत्र के द्वारा उपचार के लिए कानपुर के लिए हैलट अस्पताल ले जाया गया रास्ते में जाते समय उसकी मृत्यु हो गई पहुंचे परिजनों ने फैक्ट्री गेट पर हंगामा करना शुरू कर दिया सूचना पाकर पहुंचे रनिया थाना प्रभारी घटना के बाबत अपने आला अधिकारियों को अवगत कराते हुए फैक्ट्री गेट पर क्यूआरटी फोर्स बुलाकर तैनात कर दिया प्राप्त जानकारी के अनुसार गजनेर थाना क्षेत्र के करसा गांव निवासी अजय 34 पुत्र रामस्वरूप कई वर्षों से रनिया औद्योगिक क्षेत्र में संचालित मंटोरा ऑयल प्रोडक्ट कंपनी में बतौर बिल्डर पद पर कार्यरत करता था साथी कर्मियों ने बताया कि जब अजय सुबह करीब 8:00 बजे ड्यूटी पर आया तो साथियों सहित कंपनी के पीछे बन रहे टैंक में कार्य करने के लिए चल गया करीब 10:00 उसका पैर अचानक टैंक से फिसल गया जिससे वह टैंक से नीचे आ गिरा जब साथी कर्मियों ने देखा तो उन्होंने आनन-फानन फैक्ट्री प्रबंधन एवं अपने ठेकेदार को सूचना दी और घायल को उपचार के लिए कानपुर ले गए। कानपुर ले जाते समय रास्ते में ही अजय ने दम तोड़ दिया हैलट पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया सूचना पाकर पहुंचे परिजनों ने एकत्रित हो हंगामा करने की कोशिश करते उससे पहले रनिया चौकी प्रभारी कपिल दुबे ने अपने आला अधिकारियों को घटना के बाबत अवगत कराते हुए क्यूआरटी पुलिस की मांग कर कई जवान पहले से ही फैक्ट्री गेट पर तैनात कर दिये जिससे कोई भी फैक्ट्री गेट पर उत्पात न कर सके बात करने पर उन्होंने बताया की अभी शव पोस्टमार्टम होकर नहीं आया है जैसे ही आता है वैसे ही परिजनों एवं प्रबंधन के बीच बैठकर मुआवजे की बाबत बात कर ली जाएगी उक्त मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा दिलाया जाएगा मृतक के बड़े बेटे गोविंद से बात करने पर उसने बताया कि उसकी मां नीलम एवं एक छोटा भाई युवराज वह बहन श्रेया है अब कैसे होगा इन सब कैसे होगा गुजारा साथ आए लोगों ने उसे समझा-बुझाकर शांत कराया और थाना प्रभारी के द्वारा उचित मुआवजा दिलाए जाने की बात कहीं गई है वहीं उपरोक्त मामले में मृतक के परिजनों की ओर से फैक्ट्री परिसर में हंगामा करने में सहयोग करने के लिए कुछ बनावटी राजनीतिक लोग भी पूरी तरीके से सक्रिय आए नजर