न्यूज़ समय तक पुलिस अधीक्षक की ईमानदार छवि को धूमिल करने में लगा ललौली थाना….?
👉 ललौली थाने की पुलिस हो रही बेलगाम क्षेत्र में खुलेआम हो रहे हर रोज नए अपराध….?
👉 ललौली थानाध्यक्ष के दो सिपाहियों और फॉलोवर ने क्षेत्र में मचा रखी है गदर….?
आशीष सिंह चंदेल
पत्रकार
फतेहपुर।ललौली थाना क्षेत्र में थानाध्यक्ष के दो सिपाहियों और एक फॉलोवर के सिस्टम का बेजोड़ हिसाब किताब , खेल कैसा भी हो खेल की ओपनिंग और एंडिंग फील्डिंग के उपर निर्भर करती है,
बात करे क्षेत्र की जनता की तो ओ अपने आप को लूटने से इन थानों के दो सिपाहियों और फॉलोवर से नही बचा सकती।
कही न कही पुलिस अधीक्षक के निर्देश और जारी प्रोटोकाल का ललौली थानाध्यक्ष के दो सिपाहियों और एक फॉलोवर के गले नही उतर रहा है उन दो सिपाहियो और फॉलोवर ने अपने आपको धन की लक्ष्मी के आगे एसपी साहब के कड़े रुख को भी बलायताक पर रख रखा है।इन तीनो खिलाड़ियों को ट्रेनिंग में सारे गुरुमंत्र साहब ने आते ही बड़े ही सुगमता से दे दिए हैं किसकी कौन सी जवाबदारी रहेगी और कौन किस स्थान पर सेट होगा इन तीनो को उसी तरह खेल के सारे पैतडे बता दिए हैं,
अब बात करे क्षेत्र में हो रहे अनगिनत अपराध की जिससे क्षेत्र की जनता को कैसे लूटने में लगे ये तीनो सातिर………… सूत्र
👉 गैर जनपद से मोरम ओवरलोड वाहनों से इंट्री का खेल बड़े ही सतीराना अंदाज में साहब के कमाउ पूतो के माध्यम से ,……………सूत्र
👉 क्षेत्र में गांजा और शराब की बिक्री गांव और बहुआ क्षेत्र , मुतौर और ललौली , बंधवा के ढाबों में यमुना किनारे के कई गांवों से की जाती है और सारी जगहों से महिनवारी थाने में चढ़ जाती है , …………..सूत्र
👉जुआ का अड्डा बना यमुना के किनारे बसे एक गांव में जहा बड़े पैमाने पर जुआ खेला जाता है और उस खेल का मजबूत चढ़ावा भी थाने में चढ़ जाता है,……….सूत्र
👉 अवैध कोयला भट्ठी कोर्रा रोड और भी कई जगहों से कुछ भट्टियों के लाइसेंस है लेकिन एक या दो के लाइसेंस है और चल रही है चार चार पांच पांच भट्टिया यही तो पूरे खेल का बड़ा पहलू है ,……….सूत्र
👉 सुबह तीन से चार बजे के बीच मछली की गाड़ियों को थाने के सामने से निकालना, नदी से मछली पकड़ा कर कैसे निकालना है इन सारे सिस्टम को एक बांदा जनपद के एक मुस्लिम की सेटिंग ललौली थाने के दोनो सिपाहियो के मिलीभगत से मिलकर की जाती है, और वही कुछ यमुना के किनारे के गांव में रहने वाले लोग वो भी शाम के समय जाल डालकर सुबह तीन बजे तक निकाल लेते हैं और उनको बड़े बड़े बैग में डालकर ई रिक्शा के द्वारा सुबह होते ही शहर में बेच जाते हैं, इन सबकी सेटिंग इन दो सिपाहियो के सिस्टम में है ,….सूत्र
👉 अब बात करे छोटे बड़े मामलो की तो दोनो सिपाही पूरे मामले को बड़ी ही आसानी मोल्ड करते है अगर छोटा मामला तो स्वयं डिलिंग और बड़े मामले में फॉलोवर की डिलिंग ,
अभी हाल ही पिछले महीने में एक दसौली के मामले में मजबूत डिलिंग करके थाने में मोटा चढ़ावा चढ़वाया गया और आरोपी को अभयदान दिया गया और भी ऐसे कई मामले जीता जागता उदाहरण है, खेल कैसा भी हो थानाध्यक्ष के दोनो सिपाहियो और फॉलोवर उस खेल के अहम किरदार होंगे।…….सूत्र
👉 ललौली थानाध्यक्ष ने अपने दोनो चहेते सिपाहियो और फॉलोवर के द्वारा हाल ही में पिछले हफ्ते कई सालो से मोरम की ओवरलोड पकड़ी गाड़िया थाने के सामने सीज की हुई खड़ी थी वही उन वाहनों से मोरम उतरा कर बेच दी गई।……सूत्र
👉 वाह साहब थाना ललौली की पुलिस के अजब गजब किस्से हैं जैसे ही खदानों का संचालन बंद हुआ तो थानाध्यक्ष ने अपने दोनो कारखासो और फॉलोवर की कमर कसी और क्षेत्र में अपराध को सरण दे दी।और हाल ही में थानाध्यक्ष ने अपनी एक टीम के साथ शहर में एक खदान के संचालक से हाल चाल के बहाने पहुंचे उनके आवास और वहा से थानाध्यक्ष को मिला एक लिफाफा …..सूत्र
ललौली थाना क्षेत्र में अपराध का ग्राफ बड़े पैमाने पर चल रहा है वही क्षेत्र की जनता पुलिस अधीक्षक महोदय से न्याय की आस लगाए बैठी है कि कब ऐसे भ्रष्ट थानाध्यक्षो और सिपाहियो पर कार्यवाही होगी या ऐसे ही कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े होते नजर आएंगे क्या ललौली की क्षेत्र की जनता को पुलिस अधीक्षक महोदय भरोसा दिला पाएंगे या व्यवस्थाएं ज्यो का त्यों बनी रहेंगी या योगी सरकार के जीरो टॉलरेंस को सफल कर पाएंगे।
बाकी बहुत कुछ आगे की खबर में…….
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