गुरूवार, जनवरी 16, 2025
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निराश्रित गौवंश संरक्षण अभियान एवं गौ आश्रय स्थल संचालन की समीक्षा, दिए निर्देश

न्यूज समय तक ब्यूरो शिवकरन शर्मा कानपुर देहात *जिलाधिकारी ने की निराश्रित गौवंश संरक्षण अभियान एवं गौ आश्रय स्थल संचालन की समीक्षा, दिए निर्देश**अभियान चलाकर निराश्रित गोवंशों को गौशालाओं में करें संरक्षितः जिलाधिकारी* *सभी गौशालाओं में ठंड से बचाव हेतु तिरपाल,काऊकोट का प्रबंध तत्काल सुनिश्चित किया जाए।**गौशालाओं में गौवंशों के लिए भूसा, चारा, चूनी आदि की रहे पर्याप्त उपलब्धता।* कानपुर देहात जिलाधिकारी आलोक सिंह के अध्यक्षता में निराश्रित गौवंश संरक्षण, गौवंशो को शीत ऋतु से बचाव,सहभागिता योजना,नियुक्त नोडल अधिकारियों द्वारा किए गए निरीक्षण एवं गौ आश्रय स्थल संचालन के संबंध में समीक्षा बैठक मॉ मुक्तेश्वरी देवी सभागार कक्ष कलेक्ट्रेट में की गयी।बैठक में जिलाधिकारी ने पशु चिकित्साधिकारी व समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को अभियान चलाकर निराश्रित गौवंशों को गौशालाओं में संरक्षित करायें जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि चिन्हित हॉटस्पॉट पर प्रतिदिन निगरानी कर गौवंशों को गौशालाओ में संरक्षित कराया जाए, हाईवे, प्रमुख सड़कों पर विशेष ध्यान दिया जाय, संरक्षित किए गए गोवंशो की रिपोर्ट भी उपलब्ध करायी जाये। जिलाधिकारी ने कहा कि गौशालाओं में संरक्षित गौवंश की संख्या के अनुरूप भरण पोषण की मांग समय से प्रेषित की जाये।बीमार गौवंशों पर विशेष ध्यान दिया जाये, उन्हें अलग स्थान पर रखकर इलाज की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जायें। सभी गौशालाओं में ठंड से बचाव हेतु तिरपाल,काऊकोट का प्रबंध तत्काल सुनिश्चित किया जाए। जिलाधिकारी ने सड़कों अथवा खेतों में घूम रहे निराश्रित गौवंशों को सघन अभियान चलाकर गौशालाओं में संरक्षित करायें जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि हाईवे पर सायंकाल के समय अभियान चलाकर गौवंशों को संरक्षित कराया जाये, सड़कों पर एक भी निराश्रित गोवंश न पाया जाए।जिलाधिकारी ने निर्माणाधीन गौशालाओं के निर्माण कार्य को शीघ्र पूर्ण करायें जाने के निर्देश दिये। पशुओं के भरण पोषण के लिए गौशालाओं में भूसा, चूनी, चोकर, पशु आहार आदि की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।जिलाधिकारी ने नोडल अधिकारियों द्वारा किए गए निरीक्षण की समीक्षा कर संबंधित गौशालाओं में पाई गई कमियों को तत्काल दुरुस्त कराने के निर्देश मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को दिए। उन्होंने कहा कि नोडल अधिकारी नियमित गौशालाओं का निरीक्षण करें,निरीक्षण के दौरान जो भी कमियां मिले, तत्काल मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को अवगत करते हुए, कमियों को दूर कराए।सहभागिता योजना के संबंध में जिलाधिकारी ने कहा कि योजना का क्षेत्र में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये, सुपुर्द गौवंश के भरण-पोषण हेतु लाभार्थियों को निर्धारित धनराशि डी०बी०टी० द्वारा लाभार्थी के बैंक खाते में भुगतान किया जाय। सहभागिता योजना अंतर्गत लाभार्थी को अतिकतम 04 गौवंश सुपुर्दगी में दिये जा सकते है। उन्होंने कहा गौआश्रय स्थलों में संरक्षित गौवंश को सुपुर्दगी में दिये जाने पर उसके भरण-पोषण की बेहतर व्यवस्था हो सकेगी तथा उनके स्वास्थ्य,उत्पादन क्षमता भी बढ़ेगी जिससे गौआश्रय स्थलों में संरक्षित गौवंशों का प्रबन्धन एवं संरक्षण पर सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। जिलाधिकारी ने कहा इच्छुक लाभार्थियों द्वारा गौआश्रय स्थल में संरक्षित गौवंश को चिन्हित किये जाने के उपरान्त तत्काल गौवंश संबंधित को सुपुर्द किया जाय।मौके पर मुख्य विकास अधिकारी लक्ष्मी एन0, जिला परियोजना अधिकारी वीरेंद्र सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी सुबोध कुमार, समस्त खंड विकास अधिकारी, पशु चिकित्सा अधिकारी,नोडल अधिकारी आदि उपस्थित रहे।

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