फतेहपुर ब्यूरो नागेंद्र पांडे
थाने चौकी में लंबे समय से तैनात पुलिसकर्मी अपराधियो व दलालो के बने सरक्षण दाता
जब रक्षक ही भक्षक की भागीदारी निभाने लगे तो ऐसे में आम जनमानस पर क्या प्रभाव पड़ेगा यह उनके दिल से पूछना चाहिए। जिनके साथ ऐसे भ्रष्ट पुलिसकर्मी मिलकर जनता को आघात पहुंचाते का काम करते हैं। जनपद फतेहपुर अंतर्गत चांदपुर थाना में भी इसी तरह का हाल है। कई सालों से टिके मुंशी दिन भर थाने में अपनी ड्यूटी बजाते हैं। और जैसे ही शाम ढलने वाली होती है। प्रधानों की शरण में जाकर मांस मदिरा के साथ-साथ अनेक तरह की रंगलियां मनाने है। और उनसे कहते हैं जो भी तुम्हारी आंखों में खटकता हो बताना कलम तो मुझे ही चलानी है। इस तरह लोगों के ऊपर फर्जी मुकदमे लिखवा कर प्रधानों से धन उगाही करता हैं। और चंद रुपए के लिए बेकसूरो के ऊपर फर्जी मुकदमे लगवा कर उनको और उनके परिवार वालों को परेशान करते हैं। और प्रधानों के अपराध करने का अड्डा चौकी थाना बन गया है। उनके लिए इतनी अच्छी व्यवस्था की जाती है। मानो ससुराल में दामाद की की जाती हो। फिर चाहे दर्जनों मुकदमे भले क्यों न प्रधान के ऊपर दर्ज हो। तथा उससे किसी भी तरह का सवाल जवाब नहीं किया जाता है। तभी तो प्रधानों का भी फर्ज बनता है।कि घी तेल तथा काजू बदाम के साथ-साथ उनके आवास में हर महीने दान दक्षिणा समय से पहुंच जाता है। जिससे प्रधान भी चौकी थाने की छत्रछाया में फलता फूलता रहे। और गरीब जनता इनके अत्याचारों का शिकार लगातार होती जा रही है। अगर ऐसे ही कानून के रक्षक भक्षक बन कर बैठे रहेंगे तो बहुत जल्द ही लोगों का कानून पर से भरोसा उठ जाएगा। जिसका कारण है लंबे अरसे तक किसी भी सिपाही को थाने चौकी में नहीं टिकने दिया जाना चाहिए। जिससे जुर्म करवाने में साथ देने की जड़ें उनकी मजबूत न हो पाए। कप्तान महोदय को भी इस ओर विशेष ध्यान देना चाहिए।