न्यूज समय तक ब्यूरो शिवकरन शर्मा कानपुर देहात *कानपुर देहात के ठकुरन गढ़ेवा में श्रीमदभागवत कथा का चतुर्थ दिवस में श्री रिंकू शास्त्री जी ने राम जन्म व राम विवाह कथा सुनाई* कानपुर देहात। ब्लॉक अकबरपुर के ग्राम ठकुरन गढ़ेवा में श्रीमद भागवत भव्य एवं पारंपरिक वेश में गुरुवार से श्री मद् भागवत कथा व राम कथा हुई गांव के ही कार्यक्रम व्यवस्थापक श्री मलखान सिंह पाल , श्री दयाराम पाल , श्री कुंवर सिंह पाल, व अमित कुमार पाल नेतृत्व में श्रीमद भागवत गांव में बने जमनी बाबा मंदिर में श्रीमद भागवत कराई गई सभी ग्राम वासियों व क्षेत्र वासियों की बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालु शामिल रहीं। श्रीमद् भागवत कथा आयोजन स्थल पर धार्मिक विधि एवं मंत्रोच्चरण के साथ स्थापित हुई । वहीं लखना जिला इटावा से पधारे श्रीमद भागवत आचार्य श्री रिंकू शास्त्री ने अपने मुखार बिंदु से आरती करवाई । आरती के साथ शुरू किए गए उपस्थित श्रद्धालुओं को सर्वप्रथम इसकी महिमा से अवगत कराया।उन्होंने बताया कि विश्व में सभी कथाओं में श्रीमद् भागवत कथा श्रेष्ठ मानी गई है। जिस स्थान पर इस कथा का आयोजन होता है, वो तीर्थ स्थल कहलाता है। इसका सुनने एवं आयोजन कराने का सौभाग्य भी प्रभु प्रेमियां को ही मिलता है। ऐसे में अगर कोई दूसरा अन्य भी इसे गलती से भी श्रवण कर लेता है, तो भी वो कई पापों से मुक्ति पा लेता है। इसलिए सात दिन तक चलने वाली इस पवित्र कथा को श्रवण करके अपने जीवन को सुधारने का मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहिए। अगर कोई सात तक किसी व्यवस्तता के कारण नहीं सुन सकता है, तो वह दो तीन या चार दिन ही इसे सुनने के लिए अपना समय अवश्य निकालें। तब भी वो इसका फल प्राप्त करता है, क्योंकि ये कथा भगवान श्री कृष्ण के मुख की वाणी है, जिसमें उनके अवतार से लेकर कंस वध का प्रसंग का उल्लेख होने के साथ साथ इसकी व्यक्ति के जीवन में महत्ता के बारे में भी बताया गया है। इसके सुनने के प्रभाव से मनुष्य बुराई त्याग कर धर्म के रास्ते पर चलने के साथ साथ मोक्ष को प्राप्त करता है। शास्त्री ने बताया कि इस कथा को सबसे पहले अभिमन्यु के बेटे राजा परीक्षित ने सुना था, जिसके प्रभाव से उसके अंदर तक्षक नामक नाग के काटने से होने वाली मृत्य़ु का भय दूर हुआ और उसने मोक्ष को प्राप्त किया था। वहीं व्यवस्थापक मलखान सिंह पाल ने बताया कि श्रीमद् भागवत कार्यक्रम का आयोजन विगत कई वर्षों से ग्रामवासियों व क्षेत्रवासियों के सहयोग से होता आ रहा है।