👉 “जेके.चाइल्ड हॉस्पिटल” में पैसों की लालच में छोटी छोटी बीमारियों के लिए भी जबरदस्ती आईसीयू में किया जाता है भर्ती तथा मरीज के साथ आए परिजनों के साथ हॉस्पिटल का स्टॉप करता है बदसलूकी
👉 मरीज की हालात ज्यादा बिगड़ने पर भी पैसों की लालच में मरीज को नहीं किया जाता रेफर तथा हॉस्पिटल के बाहर नहीं है पार्किंग की कोई व्यवस्था
👉 हॉस्पिटल के ठीक सामने लगाई जाती है चाट और बतासे की ठेलिया जिससे दिनभर बनी रहती है जाम जैसी स्थिति,जिम्मेदार भी सो रहे कुंभकर्णी नींद
📌 श्रीराम अग्निहोत्री न्यूज़ समय तक ब्यूरो चीफ फतेहपुर
✍️ फतेहपुर यूपी में जब से डा.ब्रजेश पाठक स्वास्थ्य मंत्री का पदभार संभाला है तब से प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था पूरी तरह से धड़ाम होती हुई नजर आ रही है जहां एक तरफ अवैध हॉस्पिटल,पैथोलॉजी संचालकों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ हॉस्पिटल में पैसों की लालच में आकर मरीज को जबरदस्ती भर्ती कर पैसा ऐंठने के कोशिश की जा रही है और स्टॉप के द्वारा तीमारदारों के साथ बदसलूकी की जा रही है।आपको बताते चलें कि फतेहपुर जनपद में छोटे छोटे बच्चों के लिए प्रसिद्धि प्राप्त किए “डा. जेके.उमराव” के हॉस्पिटल में भर्ती एक बच्चे की मां ने मीडिया के समक्ष बयान देते हुए बताया कि उनके बच्चे को मात्र खांसी आ रही थी जिसका इलाज करवाने के लिए वह “डा.जेके.उमराव” के हॉस्पिटल गई थी जहां उनके बच्चे को जबरदस्ती भर्ती कर लिया गया और बच्चे की मां ने आरोप लगाते हुए बताया कि वहां के डॉक्टरों के द्वारा उनके बच्चे को जबरदस्ती आईसीयू में भर्ती कर दिया गया और फिर उनके द्वारा पैसे ऐंठने का कार्य जारी हो गया जहां उन्होंने बताया कि लगभग बीस हजार रुपए उनसे ऐंठ लिए गए और बच्चा सही नहीं हो सका वहीं यह भी कहा कि बच्चे की हालात ज्यादा बिगड़ने पर भी वहां से डॉक्टर रेफर नहीं कर रहे थे तथा वहां का स्टॉप उनके साथ बदसलूकी भी बराबर करता रहा। वहीं आपको बताते चलें कि इस हॉस्पिटल के बाहर गाड़ी पार्किंग की भी कोई उचित व्यवस्था नहीं है जिससे सभी गाडियां सड़क के किनारे खड़ी होती हैं और सड़क के दूसरी तरफ अर्थात हॉस्पिटल के ठीक सामने चाट और बतासे की ठेलिया लगाई जाती है जिससे और भी भीड़ जमा रहती है जिस कारण वहां पर दिनभर जाम जैसी स्थिति बनी रहती है और स्थानीय लोगों का मानना है कि अगर यही स्थिति रही तो जनपद के अंदर एक दिन कोई बड़ी घटना भी घटित हो सकती है।।