चर्चित होती जा रही कचेहरी की पेशाब वाली गली
प्रधानमंत्री स्वर्निम योजना स्वक्ष भारत की खुली तस्वीर जिला सिस्टम के विकास पर किए जा रहे बड़े बड़े दावे फेल
श्रीराम अग्निहोत्री न्यूज़ समय तक ब्यूरो
फतेहपुर जिला फतेहपुर कचेहरी प्रांगण कलेक्ट्रेट की बात करें तो उत्तर की ओर बैठे अधिवक्ताओं के दर्द को समझने की फुरसत न तो जिला प्रशासन की है और न ही विकास की व्यवस्था संभालने वाले किसी विभाग या किसी राजनैतिक प्रतिनिधि की
सीधी बात की करे यदि जिले के विकास और स्वक्षता पर नज़र डाली जाए तो फोटो देख कर स्थिति का साफ तौर पर अंदाजा लगाया जा सकता है विद्यार्थी चौराहे के सामने से कचेहरी के लिए एक खिड़की नुमा सीधा रास्ता जाता है जो कचेहरी कलेक्ट्रेट के अंदर सामने उपभोक्ता फोरम की अदालत और समाज कल्याण कार्यालय को जोड़ता है। इसी रास्ते के उत्तर खाली पड़े जगह पर बारिश के भरे पानी से जलीय घास जलकुंभी फैली हुई है इसी के दक्षिण जानिब अधिवकताओ के बस्ते है जहां हजारों की संख्या में प्रतिदिन शहरी व ग्रामीण मुवक्किलों आना जाना रहता है। क्षेत्र में गंदगी के लगे अंबार के कारण कलेक्ट्रेट का ये मूत्र स्थान होता जा रहा जहां पूरी आरसीसी गली तक मूत्र फैलकर सामान्य रूप से लोगों का पैदल चलना भी दूभर किए रहता है जिसे आम जनमानस ने आसान तौर पर इस गली का नाम पेशाब गली रख दी गई है
अधिवक्ता अमरीश दिवेदी ने बताया की यहां हम वकीलों को 5 घंटे लगातार बैठकर काम करना पड़ता है गंदगी और बदबू के कारण काम करना मुश्किल रहता है लेकिन पीड़ितों के न्याय की लड़ाई तो हमे लड़नी है चाहे जिस हाल में हो शिकायतों पर कोई भी जिम्मेदार इस स्थिति पर ध्यान तक देने को तैयार नहीं मामला न्यायपालिका जैसे देश के चौथे गंभीर स्तंभ से जुड़ा है जहां एक एक अधिवक्ता जनमानस के लिए बहुमूल्य है देखना है इस संबंधित प्रकरण से जुड़े जिम्मेदारों की नींदे कब खुलती हैं