शुक्रवार, मार्च 29, 2024
spot_imgspot_imgspot_img
होमउत्तर प्रदेशफतेहपुरखनन माफिया और लोकेटरों के खेल से जिम्मेदार पस्त।

खनन माफिया और लोकेटरों के खेल से जिम्मेदार पस्त।

न्यूज समय तक

ओवरलोड वाहनों पर अंकुश लगा पाने में नाकामयाब साबित हो रहे जिम्मेदार विभाग।

ललौली थाने के सामने से निकलते हैं ओवरलोड ट्रक पुलिस रहती है अवैध वसूली में मस्त।

खनन माफिया और लोकेटरों के खेल से जिम्मेदार पस्त।

श्रीराम अग्निहोत्री न्यूज समय तक ब्यूरो चीफ फतेहपुर)

फतेहपुर जिले में मोरंग की और लोडिंग की समस्या नासूर बन चुकी है मोरंग के ओवरलोडिंग के खेल में खनन माफिया लोकेटर ओके मजबूत गठजोड़ समूचे सरकारी सिस्टम को हिला कर रख दिया है और लोडिंग के खेल पड़ा बल्कि मौरंग खदानों के साथ-साथ बांदा जनपद से आने वाली ओवरलोड मोरम को फतेहपुर जनपद से सकुशल निकालने के लिए खदान संचालकों, मोटर मालिकों और लोकेटरो मजबूत गठजोड़ से होने वाली ओवरलोडिंग की समस्या नासूर बन चुकी है जहां आपको बताते चलें कि जनपद के ललौली थाना क्षेत्र के बांदा कानपुर हाईवे और बांदा टांडा हाईवे में दिन-रात ओवरलोड डंपर ,ट्रेलर और ट्रकों में जमकर ओवरलोडिंग का खेल खेला जा रहा है जिससे हाईवे के सड़कों की सूरत बदहाल हो चुकी है। हाईवे की दोनों सड़कों में जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे और गिट्टी उखड़ गई है जहां सड़कों की दुर्दशा स्वयं ही अपनी हकीकत बयां कर रही है लेकिन खनिज विभाग और आरटीओ विभाग ओवरलोडिंग रोकने में नाकाम साबित हो रहा है।

वही आपको बताते चलें कि प्राप्त जानकारी के मुताबिक जब आरटीओ और खनिज विभाग के अधिकारी सड़क पर निकलते हैं तो मौरंग लदे ओवरलोड वाहनों के चालकों को इस बात की जानकारी प्राप्त हो जाती है की एआरटीओ और खनिज अधिकारी जांच पर निकले हुए हैं तो वह अचानक से ओवरलोड ट्रकों को लेकर गायब हो जाते हैं जिससे जिन ओवरलोड ट्रकों के चालकों को जानकारी प्राप्त नहीं हो पाती है केवल उन्हीं ट्रकों पर नाम मात्र के लिए कार्यवाही होती है।

ओवरलोड मोरम लदे ट्रक पकड़े जाने पर खनिज विभाग की कार्यवाही में 38000 से 45 हजार के करीब जुर्माना होता है इसके बाद नियम है की आरटीओ और सेल टैक्स को रिपोर्ट भेजी जाती है। तीनों विभागों के जुर्माने की रकम लगभग एक लाख 80 हजार के आसपास होती है जुर्माना जमा करने के बाद जब जाकर ओवरलोड मौरंग लदे ट्रक छोड़े जाने का नियम है लेकिन लोकेटरो और मोरंग माफिया ट्रक मालिकों खदान संचालकों के मजबूत गठजोड़ और राजनीतिक रसूख और सिस्टम के चलते ज्यादातर मामलों में राजस्व चोरी करते हुए खनिज के चालान के बाद जुर्माना ऑनलाइन जमा करा देने के बाद आरटीओ और सेल टैक्स को रिपोर्ट भेजकर अन्य दोनों का कार्यवाहियों से बचा दिया जाता है और सिर्फ एक जुर्माना जमा कराकर मौरंग लदे ओवरलोड वाहनों को छोड़ दिया जाता है जिससे मौरंग लदे ओवरलोड वाहनों के संचालकों के हौसले बुलंद रहते हैं और ओवरलोड वाहन सड़कों को धराशाई करते हुए नजर आते हैं।।

RELATED ARTICLES

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Most Popular

Recent Comments

ए .के. पाण्डेय (जनसेवक )प्रदेश महा सचिव भारतीय प्रधान संगठन उत्तर भारप्रदेश पर महंत गणेश दास ने भाजपा समर्थकों पर अखंड भारत के नागरिकों को तोड़ने का लगाया आरोप