न्यूज समय तक ब्यूरो शिवकरन शर्मा ,,,,,अरे ;; यहां तो कलेक्टर के आदेश को भी बौना साबित करते हैं जिम्मेदार *कारोबार बंद होने की गलत सूचना देकर जिम्मेदार अफसरों को कर रहे हैं गुमराह*। कानपुर देहात में मिलावटी दूध कारोबार चरम पर है खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी चाहेतों के बजाय चुनिंदा स्थानों पर छापेमारी कर मिलावटी दूध कारोबार पर नियंत्रण की खाना पूरी करते हैं। इससे मिलावटी दूध का कारोबार करने वाले बेलगाम हैं।DM के निर्देश के बाद भी खाद्य सुरक्षा विभाग ने अकबरपुर ब्लॉक के *पूर* गांव में चल रहे मिलावटी दूध कारोबार करने वालों पर कार्रवाई तो दूर वहां कारोबार का बंद होने का झांसा देकर डीएम को गुमराह कर दिया। जनपद में मिलावटी दूध व खोया कारोबार जिम्मेदारों की मिली भगत से फल फूल रहा है। बड़े पैमाने पर लोग मिलावटी दूध तैयार कर लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करने में लगे हैं। वही मिलावट पर नियंत्रण की कमान संभाले जिम्मेदार कमाई के चक्कर में मिलावटी कारोबार करने वालों की अनदेखी कर रहे हैं। ब्लॉक अकबरपुर गांव के *पुर* के श्रीकांत व सुशील कुमार यादव देरी कारोबार संचालित कर मानक विहीन डेरी के साथ अन्य जगह दूध की आपूर्ति कर रहे हैं। पिछले साल हुई शिकायत के बाद खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने दोनों दरी से नमूने संकलित किए थे प्रशिक्षण में दोनों डेरी के नमूने अधोमानक पाए गए थे। इनके खिलाफ ADM प्रशासन के कोर्ट में चले मुकदमे के बाद इन पर जुर्माना भी किया गया था। इसके बाद भी मिलावटी दूध कारोबार डेरी की आड़ में धड़ल्ले से जारी है। मामले में डीएम से मिलावटी दूध कारोबार की शिकायत 25/ 10/ 2024 फिर 15 /11 /2024 तथा 16/ 12 /2024को तो वहां दूध कारोबार न होने की रिपोर्ट लगा DM को गुमराह करने का प्रयास किया।जबकि अभी भी दोनों डेरियां धड़ल्ले से संचालित हो रही है। *सहायक आयुक्त खाद का कहना है। की डेरी बंद है। बार-बार शैंपल लेने की जरूरत नहीं है*।जबकि श्रीकांत शर्मा द्वारा प्रीमियम डेरी का संचालन चल रहा है। मामले में DM के आदेश का पालन न किए जाने की शिकायत के बाद भी जिम्मेदार कार्रवाई से क्यों कतरा रहे हैं। इससे विभागीय कार्य शैली पर सवालिया निशान लगा है।